किसान-खेत मजदूर संगठन ने टीकरी बार्डर पर निकाला जुलूस

इस दौरान कानून रद करने डीजल के दाम आधे करने की मांग की गई

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 06:30 AM (IST)
किसान-खेत मजदूर संगठन ने टीकरी बार्डर पर निकाला जुलूस
किसान-खेत मजदूर संगठन ने टीकरी बार्डर पर निकाला जुलूस

इस दौरान कानून रद करने, डीजल के दाम आधे करने की मांग की गई फोटो-6 जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन तथा आल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की ओर से कई गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाकर किसानों से बार्डरों पर आकर समर्थन देने की अपील की थी। इसी कड़ी में बुधवार को गांव से सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष किसान ट्रैक्टरों में टीकरी बार्डर पहुंचे तथा पिल्लर नंबर 786 पर बने संगठन के तंबू से सभा स्थल तक जुलूस निकाला। इस दौरान कानून रद करने, डीजल के दाम आधे करने की मांग की गई और किसान-मजदूर एकता जिदाबाद के नारे लगाए गए। जुलूस में जयकरण मांडौठी, रामकिशन, सतीश कुमार, संजीवन, शिव प्रसाद मौर्य, मंगल सिंह, सीताराम अधिकारी, लालजी आदि शामिल रहे। वहां पर किसान नेता जगफूल सिंह, युवा नेता भारत मांडोठी, जयकिशन दलाल, महिला नेत्री शारदा दीक्षित, रितु कौशिक व कांता शर्मा ने सभा को संबोधित किया। कर्मचारी नेता रमेश शर्मा ने एक क्रांतिकारी रागनी सुनाई। सभी वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक ये कानून रद नहीं होते। जयकरण ने कहा कि आंदोलन तोड़ने के लिए सरकार ने क्या-क्या आरोप नहीं लगाए। तरह-तरह के हथकंडे अपनाए। कृषि मंत्री कहते हैं कि किसानों की भलाई के लिए ये कानून लाए गए हैं मगर ये कानून न केवल किसानों के खिलाफ हैं बल्कि शहरी और ग्रामीण गरीबों, मजदूरों, देश की आम जनता के हितों के खिलाफ भी हैं। ये कानून बड़े-बड़े थोक व्यापारियों, पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों के हित में हैं। वक्ताओं ने किसानों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में बार्डर पर पहुंचने की अपील की।

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