महिला का आरोप, पुलिस बोली- आरोपितों को पकड़ना है तो 50 हजार दो, गाड़ी व खाने-पीने का भी करो इंतजाम

दहेज उत्पीड़न के मामले में पुलिस ने आरोपितों को गुरुग्राम से उठाने के लिए पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगी। इसके अलावा प्राइवेट गाड़ी और खाने पीने का इंतजाम करने को भी कहा।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 05 Nov 2019 02:18 PM (IST) Updated:Tue, 05 Nov 2019 08:57 PM (IST)
महिला का आरोप, पुलिस बोली- आरोपितों को पकड़ना है तो 50 हजार दो, गाड़ी व खाने-पीने का भी करो इंतजाम
महिला का आरोप, पुलिस बोली- आरोपितों को पकड़ना है तो 50 हजार दो, गाड़ी व खाने-पीने का भी करो इंतजाम

जेएनएन, अंबाला। दहेज उत्पीड़न (Dowry harassment) के मामले में आरोपितों को गुरुग्राम से उठाने के लिए पुलिसकर्मियों ने जहां पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगी वहीं प्राइवेट गाड़ी और खाने पीने का इंतजाम तक करने का फरमान पीड़ित महिला को सुना दिया। मामला इतने पर ही खत्म नहीं हुआ और यहां तक कह डाला की पूरे थाने की चाय पानी करनी होगी और ऊपर तक यह रुपये जाएंगे। थाने में आना तो रुपये लेकर आना। पड़ाव थाना ने आरोपित एएसआइ रिशीपाल व ईएचसी देवेंद्र कुमार के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू की है। इस मामले की जांच डीएसपी मुनीष सहगल कर रहे हैं।

शिकायत के बाद मामला पहले महिला सेल फिर पड़ाव थाने को सौंपा था

थाना पड़ाव पुलिस को दी शिकायत में मीना निवासी रेलवे कालोनी अंबाला छावनी ने बताया कि उसकी शादी दीपक कुमार निवासी पुलिस लाइंस गुड़गांव में छह साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। उसने सारी बात अपने परिजनों को बताई। अगस्त 2019 में उसे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया, जबकि उसे मायके वाले ले आए।

मामला महिला सेल अंबाला शहर में दिया गया, जिसके बाद केस पड़ाव थाने को सौंप दिया गया। जांच अधिकारी (आइओ) रिशीपाल ने बयान लिए और कहा कि बहुत जल्द गुड़गांव से आरोपितों को उठाकर लाएंगे। आइओ ने पचास हजार रुपये नकद की मांग की। साथ ही कहा कि गुड़गांव जाने के लिए पर्सनल गाड़ी करनी होगी और खिलाने पिलाने का भी बढ़िया इंतजाम करना होगा। जब हमने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जाहिर की, तो उन्होने कहा कि सारे थाने की चाय पानी करनी है। इतना ही नहीं यह सारा पैसा ऊपर तक जाएगा। इसके बाद रिशीपाल ने कई दिन तक पैसे के लिए लगातार फोन किए। यह भी कह दिया कि थाने में आना तो पैसे लेकर ही आना। मीना ने आरोप लगाया कि इस सारे प्रकरण में थाने में ईएचसी देवेंद्र भी शामिल है।

सूचना लीक या फिर इत्तेफाक, खाली लौटी विजिलेंस

इस मामले को लेकर सूचना विजिलेंस को भी शिकायतकर्ता ने दी थी। इसी पर विजिलेंस की टीम ने थाना पड़ाव में दोनों आरोपितों को दबोचने के लिए छापामारी भी की, लेकिन यह संयोग कहे या कुछ और कि दोनों ही कर्मचारी थाने में नहीं मिले। विजिलेंस की टीम ने मौके पर थाने में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ तो की, लेकिन कुछ खास हासिल नहीं हो पाया। इसी कारण से विजिलेंस को थाने से खाली हाथ लौटना पड़ा। इस बीच, पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच खुद कर आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर लिया।

आरोपों के प्रूफ मांगे हैं

एसपी अभिषेक जोरवाल ने कहा कि इस मामले में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। शिकायतकर्ता पक्ष को बुलाया है, ताकि आरोपों को लेकर सच्चाई पत चल सके। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।

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