शराब पीकर वूमन आइटीआइ आने वाला कर्मी फरार, डॉक्टर की डीजी हेल्थ से की शिकायत

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : राजकीय महिला आइटीआइ शहर में शराब पीकर ड्यूटी पर अ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Apr 2018 03:01 AM (IST) Updated:Sat, 07 Apr 2018 03:01 AM (IST)
शराब पीकर वूमन आइटीआइ आने वाला कर्मी 
फरार, डॉक्टर की डीजी हेल्थ से की शिकायत
शराब पीकर वूमन आइटीआइ आने वाला कर्मी फरार, डॉक्टर की डीजी हेल्थ से की शिकायत

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : राजकीय महिला आइटीआइ शहर में शराब पीकर ड्यूटी पर आने वाला कर्मी फरार हो गया है। वह शुक्रवार को ड्यूटी से भी गैर हाजिर रहा। ¨प्रसिपल वूमन आइटीआइ ने इस मामले में आरोपित कर्मचारी के खिलाफ जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई के लिए डायरेक्टर आइटीआइ को पत्र लिख दिया है। साथ ही साथ जिला नागरिक अस्पताल में जांच कमेटी के साथ भेजे गए शराबी कर्मी का मेडिकल करने से इंकार करने वाले डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन को पत्र लिखकर सिफारिश की गई है। साथ ही साथ इस पत्र की एक कॉपी डीसी, डायरेक्टर हेल्थ को कर दी गई है। ¨प्रसिपल ने यह भी कहा है कि अब यदि भविष्य में इस कर्मचारी की वजह से आइटीआइ की किसी भी छात्रा के भविष्य पर आंच आती है तो उसके लिए स्वास्थ्य विभाग को ही जिम्मेदार माना जाए। वहीं मामला आलाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद अब कर्मी अंबाला से ही फरार चल रहा है। वह अब कहां है किसी को यह खबर नहीं है। मेडिकल से बचने के लिए आरोपित कर्मचारी ने यह चाल चल दी है।

गौरतलब है कि वूमन आइटीआइ में पिछले कई दिनों से एक कर्मी शराब पीकर पहुंच रहा था। पहले भी इसकी शिकायत हो चुकी है लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि मेडिकल नहीं हो पाया। बृहस्पतिवार को ¨प्रसिपल ने एक कमेटी का गठन किया और दो कर्मचारियों के साथ आरोपित को जिला नागरिक अस्पताल भेज दिया लेकिन वहां डॉक्टर ने मेडिकल करने से इन्कार कर दिया। कहा कि पहले पुलिस में मामला दर्ज कराएं, जबकि ¨प्रसिपल खुद एक राजपत्रित अधिकारी होते हैं और डीएसपी तक सेकेंड क्लॉस आफिसर की श्रेणी में आते हैं। ऐसे में राजपत्रित अधिकारी और सिविल सर्जन के आदेशों को नकारते हुए डाक्टर ने मेडिकल करने से इन्कार किया था। इसीलिए अब डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।

वर्जन

बेटियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मैंने डायरेक्टर आइटीआइ को कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश कर दी है। साथ ही डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन से सिफारिश की है और इसकी कॉपी डीसी और डायरेक्टर हेल्थ को कर दी है। यदि आगे किसी भी बेटी के साथ अब कुछ इस कर्मचारी की वजह से गलत हुआ तो स्वास्थ्य विभाग जिम्मेदार होगा।

भूपेंद्र पाल ¨सह, ¨प्रसिपल वूमन आइटीआइ।

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