लिफ्ट मांग टाटा ऐस में थे 20 छात्र, पेड़ से टकराई, 15 घायल

गांव कलेरां से 20 बच्चों को लेकर जा रहा टाटा ऐस (छोटा हाथी) दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Nov 2019 08:47 AM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 08:47 AM (IST)
लिफ्ट मांग टाटा ऐस में थे 20 छात्र, पेड़ से टकराई, 15 घायल
लिफ्ट मांग टाटा ऐस में थे 20 छात्र, पेड़ से टकराई, 15 घायल

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: गांव कलेरां से 20 बच्चों को लेकर जा रहा टाटा ऐस (छोटा हाथी) दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें 15 छात्र घायल हो गए। शोर की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े-दौड़े वहां पहुंचे और किसी तरह से बच्चों को बाहर निकाला। यह हादसा जनसुई हैड-मोहड़ा गांव के बीच हुआ। इसके बाद किसी तरह से उन्हें एंबुलेस के जरिए नग्गल के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। इसके बाद उन्हें चौड़मस्तपुर भेजा गया। यहां से भी उन्हें नागरिक अस्पताल अंबाला शहर भेज दिया गया। उधर, छोटा हाथी का शीशा तोड़कर चालक को बाहर निकाला गया। पुलिस ने मौके पर जांच छानबीन आरंभ कर दी है।

हादसे में घायल गांव बड़ौली के छात्र हैप्पी, प्रिस, रमन, आर्यन, रोहित, सतीश, साहिल, अशि, गौव और साहिल ने बताया कि वे सभी गांव कलेरां के सरकारी स्कूल में 7वीं से 10वीं में पढ़ते हैं। स्कूल की छुट्टी के बाद घर जाने के लिए रोड पर खड़े थे। इसी दौरान छोटा हाथी आ रहा था, जिसे रोकने का इशारा किया तो वह रुक गया। वह खाली था। उसमें सभी छात्र सवार हो गए। जैसे ही जनसुई हेड और मोहड़ा गांव के पास पहुंचा तो वह अनियंत्रित हो गया और सड़क किनारे पेड़ से जा टकराया। इसमें सवार छात्र घायल हो गए। घायल एक छात्र के पिता जसविद्र का कहना है। जब चालक उन्हें छोटा हाथी में लेकर आ रहा था तो कुछ बच्चों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। चालक उन्हें चुप कराने के लिए पीछे लगी विंरूो से उन्हें शांत करने की कोशिश की। स्पीड और ध्यान भटकने से वाहन अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गया। हादसे की सूचना मिलने पर छात्रों के परिजन अस्पताल पहुंच गए। उधर, ट्रामा सेंटर के डॉ. संजय कुमार ने कहा कि तीन बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं, जिनमें एक बच्चे के पेर में फ्रैक्चर हुआ है और बाकियों को शरीर के अन्य भागों में कुछ हल्की चोटें आई हैं और इसके साथ ही साथ बच्चों का इलाज ओपीडी में चल रहा है। उधर, हादसे के बाद रोड पर जाम की स्थिति बन गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से जाम खुलवाया। तब जाकर रोड दोबारा से चालू किया गया। कुछ बच्चे आते थे साइकिल से

गांव बड़ौली के जसविद्र दास ने बताया कि घायल बच्चों में से कुछ छात्र रोजाना अपनी साइकिलों से आते थे। परंतु वे भी शुक्रवार को साइकिल नहीं लेकर आए। उन्होंने बताया कि इस रोड पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं जिसका मुख्य कारण सड़क पर बरम का न होना है। इसके बारे में कई बार संबंधित विभाग को शिकायत भी की जा चुकी है, परंतु कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यदि इन बरम को सही किया जाए तो हादसा कम होने की आशंका रहेगी।

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