बीमार महिला को ओपीडी से निकाला बाहर, तीमारदारों और कर्मचारी में बहस

बीमार महिला को उस समय नागरिक अस्पताल छावनी में फिजिशियन ओपीडी में अपनी बारी से पहले जाना महंगा पड़ गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jul 2019 09:27 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jul 2019 09:27 AM (IST)
बीमार महिला को ओपीडी से निकाला बाहर, तीमारदारों और कर्मचारी में बहस
बीमार महिला को ओपीडी से निकाला बाहर, तीमारदारों और कर्मचारी में बहस

जागरण संवाददाता, अंबाला: बीमार महिला को उस समय नागरिक अस्पताल छावनी में फिजिशियन ओपीडी में अपनी बारी से पहले जाना महंगा पड़ गया। जब ओपीडी में तैनात महिला कर्मचारी ने उसे बाहर निकाल दिया। महिला मरीज के परिजनों का आरोप है कि ओपीडी में तैनात कर्मचारी ने ना तो अंदर आने का कारण पूछा और अभद्र व्यवहार कर बाहर निकाला। गुस्साए तीमारदारों व कर्मचारी के बीच जमकर बहस हुई। दस मिनट तक परिजनों के रोष जताने के बाद ड्यूटी डॉ. संजीव शर्मा ने मरीज को अंदर बुलाकर उनका चेकअप किया। हालांकि महिला मरीज के परिजनों की तरफ से लिखित में कोई शिकायत नहीं दी गई। लेकिन ड्यूटी डॉ. से महिला कर्मचारी को दूसरी जगह लगाने की बात कही। दयाल बाग निवासी संजय ने बताया कि वह पत्नी को ओपीडी में डॉ. से दिखाने के लिए पहुंचा था। पत्नी को पहले ही बुखार हो रहा था और रजिस्ट्रेशन काउंटर की लाइन में लगकर ऊपर पहुंचे तो पहले से ही ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी लाइन लगी हुई थी। पहले तो वह करीब पौना घंटा प्रतीक्षा करते रहे। तभी अचानक पत्नी की तबीयत बिगड़ी तो वह सीधा ओपीडी में ले गए। लेकिन महिला कर्मचारी ने बात ना सुनते हुए सीधा ही बाहर निकाल दिया। जो गलत है, कम से कम गंभीर मरीज को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

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