410 रुपये के गबन में फंसा रोडवेज यूनियन प्रधान, देवबंद में फ्लाइंग ने जांची थी टिकटें

जागरण संवाददाता अंबाला चंडीगढ़ से मेरठ के लिए रवाना हुई अंबाला रोडवेज डिपो की बस मे

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 Jan 2022 02:00 AM (IST) Updated:Sat, 29 Jan 2022 02:00 AM (IST)
410 रुपये के गबन में फंसा रोडवेज यूनियन प्रधान, देवबंद में फ्लाइंग ने जांची थी टिकटें
410 रुपये के गबन में फंसा रोडवेज यूनियन प्रधान, देवबंद में फ्लाइंग ने जांची थी टिकटें

जागरण संवाददाता, अंबाला : चंडीगढ़ से मेरठ के लिए रवाना हुई अंबाला रोडवेज डिपो की बस में परिचालक द्वारा 410 रुपये के गबन का मामला प्रकाश में आया है। अंबाला रोडवेज के जीएम अश्वनी डोगरा ने इस मामले में सेक्टर-9 थाना पुलिस और एसपी को शिकायत देकर रोडवेज परिचालक विक्रम सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करने की शिकायत दे दी है। साथ ही इस मामले में लिखित जानकारी रोडवेज विभाग चंडीगढ़ को भी कर दी गई है। परिचालक विक्रम रोडवेज की भारतीय मजदूर संघ यूनियन के जिला प्रधान भी हैं।

जानकारी के अनुसार वीरवार सुबह करीब 9 बजकर 20 मिनट पर चंडीगढ़ से अंबाला डिपो की बस मेरठ के लिए रवाना हुई। अंबाला छावनी से यह बस सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर मेरठ निकली। दोपहर करीब 3 बजे यह बस देवबंद में कोलकी टोल के पास पहुंची तो अंबाला के फ्लाइंग दस्ते ने इसे रोक लिया। साथ ही परिचालक विक्रम को टिकट पंचिग नहीं करने की बात कही। टीम के सदस्यों ने कहा कि तुम हमें देखकर अब टिकट काटने लगे हो। साथ ही टीम में शामिल श्मेशर और हरदीप ने बिना पंचिग की टिकट भी मांगी जिन्हें परिचालक विक्रम ने देने से मना कर दिया। इसके बाद चार यात्रियों ने बताया कि टिकट के रुपये लिए गए हैं लेकिन अभी उन्हें टिकट नहीं दी गई। इन टिकटों की कीमत 410 रुपये थी। इसी आधार पर जीएम अश्वनी डोगरा ने एसपी सहित अंबाला सेक्टर-9 पुलिस थाने में शिकायत दे दी। बस में देवबंद से करीब 30-35 सवारियां चढ़ी थी। कुल करीब 70 सवारियां उस समय बस में हो गई थी। देवबंद से अगला स्टेशन रूहाणा पढ़ता है जोकि करीब 15 किलोमीटर दूरी है। देवबंद से आगे टोल पर रोडवेज इंस्पेक्टर की टीम ने गाड़ी रोकी। देवबंद से यहां तक की दूरी करीब 2-3 मिनट की है। इसीलिए मैं तब तक टिकट काट ही रहा था। लेकिन फ्लाइंग दस्ते ने कहा कि अब पंचिग नहीं करनी। इसीलिए मैंने टिकट पंचिग बंद कर दी थी। जबकि 4 सवारियों के रुपये मैंने टिकट के लिए रुपये लिए हुए थे। इन्हें टिकट देने के लिए पंचिग कर रहा था। टीम ने आदेश किए थे कि पंचिग नहीं करनी इसीलिए मैं चार व्यक्तियों को टिकट नहीं दे पाया था। मेरे खिलाफ कोई शिकायत दी गई है मुझे जानकारी भी नहीं है।

विक्रम राणा, बीएमएस यूनियन प्रधान एवं रोडवेज परिचालक। फ्लाइंग टीम की जांच के दौरान 410 रुपये गबन का मामला सामने आया है। इसकी सूचना रोडवेज चंडीगढ़ विभाग में भेज दी गई है साथ ही एसपी और संबंधित थाने में शिकायत देकर केस दर्ज करने के लिए लिख दिया गया है। मामला चंडीगढ़ से मेरठ रूट की बस का है। सहारनपुर और मेरठ के बीच टीम ने जांच की थी।

अश्वनी डोगरा, जीएम रोडवेज अंबाला।

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