बोह में पांच तालाब पर 67 लोगों के कब्जे पर चला पंजा, विरोध से कार्रवाई आधी-अधूरी

छावनी में बोह के पांच तालाब पर 67 अतिक्रमण पर नगर निगम का पीला पंजा चला। साढ़े तीन घंटे तक चली तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान निगम अधिकारियों को एक तालाब पर भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Apr 2019 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2019 06:30 AM (IST)
बोह में पांच तालाब पर 67 लोगों के कब्जे पर चला पंजा, विरोध से कार्रवाई आधी-अधूरी
बोह में पांच तालाब पर 67 लोगों के कब्जे पर चला पंजा, विरोध से कार्रवाई आधी-अधूरी

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी में बोह के पांच तालाब पर 67 अतिक्रमण पर नगर निगम का पीला पंजा चला। साढ़े तीन घंटे तक चली तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान निगम अधिकारियों को एक तालाब पर भारी विरोध का सामना करना पड़ा। एक मकान मालिक तो अपने बच्चे को लेकर जेसीबी के आगे आ गया। जिसके पक्ष में काफी संख्या में महिलाएं ने भी विरोध जताया और कहा कि एक तरफ से सरकार मकान बना कर देती है तो दूसरी तरफ तोड़फोड़ की करा रही है। लोगों ने कहा कि एक मकान को बड़ी मुश्किल से बनाया जाता है। ऐसे में यदि उनका मकान गिर जाता है तो वह लोग कहां पर रहेंगे। बेघर होने के डर से कुछ महिलाओं के तो आंसू तक टपक पड़े।

नगर निगम सदर जोन की टीम मंगलवार दोपहर को 12 बजे बोह में पहुंची। जेसीबी मशीन और निगम कर्मियों को देख कर लोगों में हड़कंप मच गया। निगम की टीम पहले तो पशुओं के तबेले के पास पहुंची। जिसका कुछ हिस्सा और दीवार तालाब की जमीन में आ रहा थी। पशुओं का बरामद गिराने के बाद जैसे ही पंजा दीवार पर चलने लगा तो दीवार मालिक ने जेई तजेंद्र सिंह को रोक लिया। मालिक ने बोला कि आपको कुछ दिखाई दे रहा है या नहीं। जितना आपने अतिक्रमण बताया उसे हटा लिया है। इस पर जेई ने जवाब दिया कि उसे नहीं पता आप बताओगे तभी उसे पता चलेगा। जेई ने जेसीबी चालक को जमीन से भी नींव उखाड़ने की बात बोलकर उसे उखड़वा दिया। इसके बाद निगम की टीम पशुओं के दूसरे तबेले में पहुंचे। जहां पर पशु पालकों ने पहले तो विरोध किया लेकिन जब निगम ने दीवार को गिराना शुरू किया तो पशु पालक सामने आए और खुद ही दीवार गिराने का काम शुरू कर दिया। पहले तालाब से कुल तीन अतिक्रमण हटाए गए। इस कार्रवाई में बिल्डिग इंस्पेक्टर तजेंद्र सिंह समेत अन्य निगम कर्मी शामिल थे।

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चारदीवारी गिराने पर हंगामा

निगम की टीम तीन अतिक्रमण हटाने के बाद दूसरे तालाब पर पहुंची। रास्ते में एक पशु पालक ने तूड़ी रखने के लिए टीन लगाकर किए गए अतिक्रमण को भी ढहा दिया। इसके बाद जैसे ही टीम दूसरे तालाब पर पहुंची तो पहले ही वहां पर काफी संख्या में महिलाएं और पुरुष खड़े थे। कुछ महिलाओं ने मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ था। इसीलिए निगम की टीम की सख्ती की बजाए यहां नरम दिखाई दी। जेई को लोगों को खरी-खरी सुनाई और किसी भी हालात में मकान नहीं गिरने देने की बात भी बोली। लोगों ने इस दौरान जेई के सामने हाथ भी जोड़े। लोगों ने कहा कि उन्हें कम से कम चार दिन का समय दिया जाएं। वह खुद ही अतिक्रमण हटा लेंगे। इसी विरोध के चलते दीवार का कुछ हिस्सा गिरा कर छोड़ दिया गया।

पुलिस पहुंचने पर ली राहत की सांस

तीसरे तालाब पर जब निगम की टीम पहुंची तो वहां पर महेश नगर थाना पुलिस की दो पीसीआर पहुंची। एक पीसीआर में महिला पुलिस कर्मी थीं। पुलिस ने यहां पर अतिक्रमण हटाते वक्त लोगों को खदेड़ा भी और किसी भी व्यक्ति को कार्रवाई स्थल तक रोक कर रखा। पुलिस की सुरक्षा मिलने पर निगम टीम ने राहत की सांस ली। तीसरे तालाब से निगम ने एक दीवार और दूसरा पशुओं का बरामद गिराया। इसी निगम टीम ने चौथे और पांचवे तालाब से भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की।

अपने-अपने वाहनों पर पहुंचे बोह

नगर निगम सदर जोन के बाद सरकारी गाड़ी चुनाव ड्यूटी में लगी हुई है। इसीलिए अब निगम कार्यालय में कोई भी गाड़ी नहीं है मंगलवार को जेई से क्लर्क और होमगार्ड के जवानों को अपनी बाइक और एक्टिवा पर सवार हो कर जाना पड़ा। एक्टिवा और बाइक पर सवार होकर पहुंच निगम दस्ते की कार्रवाई भी चर्चा का विषय बनी रहीं।

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