माइनर में छोड़ा नाले का पानी, जल के साथ जीवन पर भी संकट

जीवनदायनी कहे जाने वाले पंजोखरा माइनर अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदार की मनमर्जी के चलते गंदे नाले में तब्दील हो चुका है। इस माइनर में गंदे नाले को लाकर छोड़ दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 09:14 AM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 09:14 AM (IST)
माइनर में छोड़ा नाले का पानी, जल के साथ जीवन पर भी संकट
माइनर में छोड़ा नाले का पानी, जल के साथ जीवन पर भी संकट

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: जीवनदायनी कहे जाने वाले पंजोखरा माइनर अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदार की मनमर्जी के चलते गंदे नाले में तब्दील हो चुका है। इस माइनर में गंदे नाले को लाकर छोड़ दिया गया है। इसीलिए अब इस माइनर में ही गंदा पानी बहने लगा है। करीब 36 साल पहले इस माइनर का निर्माण किया गया था। सीधे तौर पर इस माइनर से खतौली गांव, पंजोखरा साहिब, टुंडला, टुंडली, गरनाला व आसपास स्थित 14 हजार एकड़ कृषि योग्य भूमि तो जुड़ी ही हुई है। साथ ही साथ देवीनगर से हिसार रोड पर पड़ने वाली शहर की कालोनियों और एरिया का सीधे तौर पर इससे प्रभावित होता है।

वर्तमान में गंदे नाले का पानी इसमें डाले जाने से कालोनियों रंजीत नगर, मोती नगर, महाबीर नगर, कृष्णा नगर, नया गांव, रामदास नगर इत्यादि सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे हैं। वहीं दूसरी और नहरी विभाग ने रंजीत नगर से लेकर सिघावाला तक करीब 300 मीटर माइनर को कच्चा छोड़ा गया है। इसी कारण आसपास के लोगों के घरों में भी दिक्कतें आने लगी हैं। दैनिक जागरण टीम जब इस नाले को लेकर रंजीत नगर में पहुंची तो लोगों ने कुछ इस तरह से अपना दर्द सांझा किया:-

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गंदे नाले को करना था माइनर के पार

रंजीत नगर की ओर से आने वाले नाले का करीब दो साल पहले निर्माण किया गया था। इस नाले को पक्का करते हुए माइनर क्रॉस कर दूसरी और चल रहे नाले में डाला जाना था लेकिन ठेकेदार ने नाले को क्रॉस न करते हुए माइनर के भीतर ही छोड़ दिया। इसी कारण यह माइनर गंदे नाले में तब्दील हो चुका है। दो साल पहले गंदा नाला बनाया गया था। इसके माइनर के नीचे से निकालना था लेकिन अधिकारियों ने नाले को उसी के भीतर छोड़ दिया। पार्षद और विधायक के कहने के बाद एक ओर से आ रहे नाले को बंद करवा दिया गया लेकिन सड़क के दूसरी ओर से आ रहे नाले की हालत जस की तस है। सारा गंदा पानी माइनर में डाला जा रहा है

मदन गोपाल, रंजीत नगर।

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इस बारे में हम कई बार नगर निगम में शिकायत कर चुके हैं। लेकिन अधिकारी इस और कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसी कारण पंजोखरा माइनर जिससे सभी पानी पीते थे अब वह दूषित हो चुकी है और कई जगह पानी का संकट हो चुका है।

जसपाल सिंह, रंजीत नगर।

--------------- नाला बनाते समय ठेकेदार को बोला था कि या तो इस नाले को डायवर्ट करके दूसरी ओर के नाले में डाल दे या फिर बनाए जा रहे नाले को माइनर के नीचे से क्रॉस कर दे। लेकिन ठेकेदार ने माइनर के भीतर ही नाले को छोड़ दिया और अधिकारियों ने भी उसे पूरी राशि दे दी। अब कोई सुनवाई नहीं कर रहा।

मोनू, रंजीत नगर।

----------------- पंजोखरा माइनर में गंदे नाले के पानी को छोड़कर स्थानीय लोगों के साथ अन्याय किया है। संबंधित विभाग को इस बारे में शिकायत कर दी गई लेकिन ध्यान देना किसी ने भी जरूरी नहीं समझा। इसी कारण लोगों के बीमार होने का खतरा भी बढ़ गया है।

विक्रम सिंह, रंजीत नगर।

-------------- इस नाले को पूरी तरह से बंद करके इसी सही तरीके से निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए। इतना ही नहीं माइनर की भी काफी जगह से रिपयेर की अवश्यकता है, जोकि करीब दो साल से नहीं हुई। इसी कारण इससे घरों को भी खतरा बना हुआ है।

- जगतार सिंह, रंजीत नगर।

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