बेटे की मौत के मामले में इंसाफ के लिए दूसरे दिन भी धरने पर रहा परिवार

अपने बेटे की मौत के मामले में इंसाफ की गुहार लगा रहे परिवार का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। लघु सचिवालय के समक्ष खराब मौसम के बीच भी ये परिवार धरती पर बैठकर न्याय की मांग करता रहा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Feb 2019 09:40 AM (IST) Updated:Fri, 15 Feb 2019 09:40 AM (IST)
बेटे की मौत के मामले में इंसाफ के लिए दूसरे दिन भी धरने पर रहा परिवार
बेटे की मौत के मामले में इंसाफ के लिए दूसरे दिन भी धरने पर रहा परिवार

संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : अपने बेटे की मौत के मामले में इंसाफ की गुहार लगा रहे परिवार का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। लघु सचिवालय के समक्ष खराब मौसम के बीच भी ये परिवार धरती पर बैठकर न्याय की मांग करता रहा।

क्या था मामला:बता दें कि 20 मई 2018 को शहजादपुर वासी 26 वर्षीय चरणजीत को शहजादपुर के ही रमन, गोलू, शुभम व धर्म ¨सह एक घंटे के लिए अपने साथ कार में ले गए थे। चरणजीत जब शाम तक वापिस घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को ¨चता होने लगी। इसी दौरान एक ग्रामीण ने बताया कि चरणजीत सेक्टर 6 पंचकूला के अस्पताल में बेहोशी की हालत में है। जब मृतक के परिजन अस्पताल पहुंचे तो उन्हें मोर्चरी में चरणजीत की लाश मिली। चंडी मंदिर पुलिस का इस मामले में कहना था कि चरणजीत की लाश टिक्करताल (मोरनी) से मिली है और उसकी मौत पानी में डूबने से हुई है। चंडी मन्दिर पुलिस ने एक जीरो एफआईआर के तहत दर्ज की और शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया था।

चंडी मन्दिर पुलिस का तर्क था कि मृतक शहजादपुर से टिक्करताल गया था, इसी आधार पर मामले को शहजादपुर ट्रांसफर कर दिया गया। जबकि मृतक के परिजनों का आरोप है कि चरणजीत की मौत नहीं हुई बल्कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने आरोपियों से साठगांठ कर मामले को शहजादपुर में ट्रांसफर किया है। आरोप है कि पुलिस ने मृतक के कपड़े और उसका मोबाईल भी परिजनों के सुपर्द नहीं किया है। परिजनों का कहना है कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिलता, वह धरने पर डटे रहेंगे।

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