मोहित हत्याकांड :विज के फोन पर नहीं, संस्कार न कर शव एसपी की कोठी ले जाने की धमकी दी, तो पुलिस कप्तान पहुंचे थाने

मोहित हत्याकांड के बाद सड़कों पर उतरे लोगों के चलते तनाव की स्थिति बन गई। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने फोन कर एसपी मोहित हांडा को आरोपितों को गिरफ्तार करने और नशे पर लगाम लगाने के निर्देश दिए। इसके बावजूद एसपी ने मौका-ए-वारदात पर जाना या फिर परिजनों से मिलना उचित नहीं समझा। पोस्टमार्टम के बावजूद परिजन संस्कार करने को राजी नहीं थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 May 2019 10:20 AM (IST) Updated:Fri, 10 May 2019 06:32 AM (IST)
मोहित हत्याकांड :विज के फोन पर नहीं, संस्कार न कर शव एसपी की कोठी ले जाने की धमकी दी, तो पुलिस कप्तान पहुंचे थाने
मोहित हत्याकांड :विज के फोन पर नहीं, संस्कार न कर शव एसपी की कोठी ले जाने की धमकी दी, तो पुलिस कप्तान पहुंचे थाने

जागरण संवाददाता, अंबाला : मोहित हत्याकांड के बाद सड़कों पर उतरे लोगों के चलते तनाव की स्थिति बन गई। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने फोन कर एसपी मोहित हांडा को आरोपितों को गिरफ्तार करने और नशे पर लगाम लगाने के निर्देश दिए। इसके बावजूद एसपी ने मौका-ए-वारदात पर जाना या फिर परिजनों से मिलना उचित नहीं समझा। पोस्टमार्टम के बावजूद परिजन संस्कार करने को राजी नहीं थे। अंबाला छावनी के सदर थाना, महेश नगर और पंजोखरा थाना के प्रभारी ने परिजनों से बात की, तो उन्होंने अपना रुख साफ कर दिया कि जब तक एसपी साहब आकर आश्वासन नहीं देंगे, संस्कार नहीं किया जाएगा। थाना प्रभारियों ने डीएसपी को बुलाना चाहा, तो परिजनों ने इनकार करते हुए कहा कि वह दो घंटे बाद शव एसपी की कोठी के बाहर रख देंगे। एसपी कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की ड्यूटी में व्यस्त थे। पुलिस ने आश्वासन दिया कि एसपी चार बजे कैंट थाने में आपके साथ बैठक करेंगे। इसके बाद परिजन राजी हुए और एसपी से आश्वासन मिलने के बाद ही संस्कार किया। आधे घंटे की एसपी से हुई बातचीत में नशा खुले में बिकने को लेकर खरी खोटी सुनाई गई। मांग की गई कि खटीक मंडी में नशा दिन रात बिकता है, वहां पर पुलिस चौकी खोल दी जाए। इस हत्याकांड में साजिश की धारा और अन्य आरोपियों के नाम शामिल करने की भी मांग की गई।

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दिन में सड़कों पर निकाला जुलूस छावनी में सेवा समिति चौक पर 32 घंटे पहले हुए मोहित हत्याकांड में बुधवार को परिजनों के साथ-साथ वाल्मिकी, खटीक और जाटव समाज सड़कों पर उतर आया। मुख्य बाजारों में दोपहर को काली पट्टियां बांध कर मौन जुलूस निकाला गया और बिना ठोस आश्वासन और कार्रवाई के जब परिजनों में रोष बढ़ गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पैरामिलिट्री और पुलिस बल के साथ शव का श्माशान घाट तक ले जाया गया। इस वारदात के हरकत में आए पुलिस प्रशासन क्रॉस रोड 12, 11 और 10 पर पुलिस बूथ बनाने पर विचार कर रहा है ताकि सट्टे पर नकेल कसी जा सके।

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वारदात से छावनी में दहशत

एक सप्ताह में छावनी में मर्डर की दूसरी सनसनीखेज वारदात से लोगों में दहशत है। इसीलिए पुलिस प्रशासन भी सकते में है क्योंकि छोटी सी बात को लेकर मर्डर का खेल बीच चौराहे पर खेला गया। हमलावर का हौसला पुलिस की सेवा और सुरक्षा के दावे पर भारी पड़ रहा था जिस तरह से बाइक सवार तलवार और गंडासी लेकर सड़कों पर घूमते हैं। उधर, मृतक मोहित के दूसरे भाई गौरव की हालत पीजीआई चंडीगढ़ में नाजुक बनी हुई है।

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एक को छोड़ किसी नहीं हुई गिरफ्तारी

खटीक मंडी निवासी मोहित मर्डर केस में नामजद आठ आरोपितों में से कोई भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। मौके से पकड़ा गया आरोपित नानू को पुलिस ने अस्पताल में इलाज के बाद डिस्चार्ज करा कर अपनी हिरासत में रखा हुआ है। अन्य आरोपितों के नाम तो पुलिस ने उगलवा लिये हैं कुछ की पहचान सीसीटीवी के साथ-साथ मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को बताई है जिसके आधार पर आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है लेकिन 38 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ नानू को छोड़ कर खाली ही है।

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दिनभर तनाव-विरोध का आलम

दोपहर को 12 बजे खटीक मंडी मंदिर में सभी लोग एकजुट हुए। जहां पर दो मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद मुंह और बाजू पर काली पट्टियां बांध और झंडियां हाथ में लेकर मौन विरोध जताने के लिए निकले। जुलूस यात्रा सेवा समिति चौक पर पहुंची। जहां से कबाड़ी बाजार चौक, सदर बाजार, बजाजा बाजार और फिर सदर बाजार चौक पर पहुंचे। लोगों के विरोध को देखते हुए पुलिस प्रशासन अलर्ट पर रहा। इसीलिए पुलिस प्रशासन को शाम को पैरा मिलिट्री फोर्स को रिजर्व में फारुखा खालसा स्कूल के पास रखा गया। इसीलिए शाम को फ्लैग मार्च निकाला गया। यह मार्च विजय रत्न चौक से होते हुए सदर बाजार और उसके बाद थाने में पहुंचे। जहां से खटीक मंडी और आसपास के एरिया से होते हुए निकले।

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फोटो 52

कोट्स

- मर्डर केस में कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है और स्ट्रीट क्राइम सिर्फ अंबाला में ही नहीं बल्कि प्रदेश, देश और विदेश में भी होता है। हां, यह नहीं होना चाहिए। सट्टेबाजी बंद करने की मांग परिजनों ने रखी है जिसे रोकने के लिए पुलिस प्रयास करेगी। जो प्वाइंट बताए गए हैं उन पर कार्रवाई होगी। एनडीपीएस के जो भी मामले में उसमें पुलिस को बहुत से कानूनों की पालना करनी होती है और जो क्रिमिनल होता है उसके लिए कोई कानून नहीं है। पुलिस को कोर्ट में खुद ऐसे मामले साबित करने होते हैं। लेकिन जल्द से जल्द आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।

- अमित हांडा, पुलिस अधीक्षक, अंबाला।

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