अवैध मार्केट को बचाया, अधूरी छोड़ी ग्रीन बेल्ट

-नगर निगम और एचएसवीपी की ओर से पूरा नहीं किया ग्रिल लगाने का काम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Nov 2020 06:50 AM (IST) Updated:Tue, 10 Nov 2020 06:50 AM (IST)
अवैध मार्केट को बचाया, अधूरी छोड़ी ग्रीन बेल्ट
अवैध मार्केट को बचाया, अधूरी छोड़ी ग्रीन बेल्ट

-नगर निगम और एचएसवीपी की ओर से पूरा नहीं किया ग्रिल लगाने का काम

-जबकि ग्रीन बेल्ट में फूल-सब्जियां उगाने वालों की उजाड़ दी थी क्यारियां फोटो - 19 से 22

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर:

अंबाला शहर के सेक्टर आठ-नौ और दस में ग्रीन बेल्ट बनाने में पूरी मनमानी हुई है। जहां लोगों की कोठियों के आगे उग रहे फूल सब्जियों की क्यारियों को ग्रीन बेल्ट के लिए लगायी जा रही ग्रिल के दौरान उजाड़ दिया गया। लेकिन जहां से हाउसिग बोर्ड की मार्केट शुरू हुई, वहां पर दुकानदारों पर मेहरबानी कर दी गई और ग्रिल नहीं लगायी गई। बता दें कि शहर के सेक्टरों में ग्रीन बेल्ट के लिए फेंसिग की जानी थी। जिसमें सेक्टर-9 व 10 पर स्टेडियम चौराहे से इंको चौक तक काम किया जाना था। ग्रीन बेल्ट के लिए मिट्टी भी डाली गई थी। -रिहायशी जमीन को बनाया कामर्शियल, ग्रीन बेल्ट पर रास्ता

सेक्टर नौ में हाउसिग बोर्ड के मकानों का कामर्शियल इस्तेमाल किया जा रहा है। इतना ही नहीं ग्रीन बेल्ट पर ही रास्ता बना दिया गया। कॉमर्शियल इस्तेमाल किए जाने के बावजूद अधिकारी नींद में हैं। जबकि अवैध रूप से बनी दुकानों के आगे ग्रीन बेल्ट की फेसिग की जानी थी। -अवैध दुकानों पर शिकंजा कसे जाने पर ही विभाग की मार्केट को मिलेगा लाभ

-एचएसवीपी की ओर से सेक्टर-9 व 10 में कामर्शियल मार्केट बनायी गई थी, परंतु ग्राहक न होने के कारण आज भी खाली पड़ी हैं। क्योंकि अवैध मार्केट ही लाभ उठा रही है। -कैसे बचेगा पर्यावरण ग्रीन बेल्ट को किया जा रहा पका

इन दिनों हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है, जिसका भंडा किसानों के सिर फोड़ दिया जाता है। लेकिन जहां पर सरकारी विभागों की ओर से ग्रीन बेल्ट बनाना तय है, वहां पर तिनका भर भी कार्रवाई नजर नहीं आ रही। जिससे सवाल उठता है कि यदि शहर में ग्रीन बेल्ट ही नहीं होगी तो स्वच्छ हवा कैसे मिल सकेगी। बल्कि दुकानदारों ने पक्के फर्श डाल दिए हैं और निजी इस्तेमाल किया जा रहा है। -ग्रिल लगायी, परंतु पौधे नहीं

सेक्टर की ग्रीन बेल्ट में लाखों रुपये की लागत से ग्रिल जरूर लगा दी गई, परंतु उसमें पौधे नहीं लगाए गए। ऐसे में न तो हरियाली बढ़ी और ना ही सुंदरता। जबकि वन विभाग के पास पौधे लगाने के लिए जमीन का टोटा बना रहता है। ग्रीन बेल्ट लोहे की ग्रिल में बंद हो जाने के कारण उसमें झाड़ उग रहे हैं। वर्जन

-इस मामले में कमिश्नर को पत्र लिखकर अवगत करवाया जाएगा। जिसमें बताया जाएगा जो हिस्सा छूट गया है उसे पूरा करवाया जाए।

मुकेश ऐबट, प्रधान, सेक्टर नौ एसोसिएशन ।

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