अंबाला में होमगार्ड ने किया करोड़ों की जमीन पर कब्जा

अभी तक विवादित जमीनों को कब्जाने के मामले ही सामने आए हैं। लेकिन शहर के मथुरा नगरी में करोड़ों रुपये की बेशकीमती नगर निगम की जमीन ही हड़पने का खेल शुरू हो गया है। इस जमीन पर होमगार्ड ऑफिस की ओर से अवैध रूप से कमरा खड़ा कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 31 May 2021 06:15 AM (IST) Updated:Mon, 31 May 2021 06:15 AM (IST)
अंबाला में होमगार्ड ने किया करोड़ों की जमीन पर कब्जा
अंबाला में होमगार्ड ने किया करोड़ों की जमीन पर कब्जा

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अभी तक विवादित जमीनों को कब्जाने के मामले ही सामने आए हैं। लेकिन शहर के मथुरा नगरी में करोड़ों रुपये की बेशकीमती नगर निगम की जमीन ही हड़पने का खेल शुरू हो गया है। इस जमीन पर होमगार्ड ऑफिस की ओर से अवैध रूप से कमरा खड़ा कर दिया गया है। यहां तक कि उक्त पर लैंटर भी डाल दिया गया है। इसके लिए न तो नगर निगम से किसी तरह की कोई अनुमति ली गई और न ही कोई एनओसी।

बता दें कि अंबाला शहर के मथुरा नगरी में नगर निगम की बेशकीमती जमीन पड़ी है और यह जमीन खाली पड़ी थी। जो वृद्धा आश्रम तक फैली हुई है। अनुमान के मुताबिक आधा एकड़ जमीन है। इसके दूसरी तरफ होमगार्ड ऑफिस की ओर से एक कमरे में कार्यालय चलाया जा रहा था। लेकिन पिछले दो दिन के अंदर एक ओर कमरे का निर्माण कर दिया गया है। दस्तावेजों के मुताबिक जमीन नगर निगम की है और बिना नगर निगम की मंजूरी के होमगार्ड ऑफिस की ओर से कमरे का निर्माण कर दिया गया है। इसके साथ ही बाकी बची जगह में चार दीवारी करने की तैयारी कर दी। स्थानीय लोगों ने कब्जा होता देख इस पर आपत्ति जता दी। जिससे मौके पर जेसीबी मशीन को रोक दिया गया। मामले की सूचना नगर निगम को दी गई। सूचना मिलते ही नगर निगम की ओर से जेई गुरजीत मौके पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने मौके का मुआयना किया और गैरकानूनी रूप से बनाए जा रहे निर्माण कार्य की फोटो ली। जबकि नियमों के मुताबिक सबसे पहले नक्शा पास करवाना पड़ता है, नक्शा नगर निगम में जमा करवाया जाता है। इसके बाद इसकी अनुमति लेनी पड़ती है। फिर एनओसी मिलती है। लेकिन यहां पर पूरे कायदे कानूनों को ताक पर रख दिया गया है।

---------- लोगों ने पार्षद को दी शिकायत

मथुरा नगरी के रूपेश कुमार ने गैरकानूनी रूप से कमरा बनाया गया है। इसकी शिकायत वार्ड नंबर 6 की पार्षद अर्चना छिब्बर को दी गई है। इसके अलावा मामले लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों को काल की थी, लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी से कोई रिस्पॉंस नहीं मिला है। मामले में जेई गुरजीत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं थोड़ी देर में करता हूं, अभी एक पार्टी में था। इसके बाद फोन काट दिया। ऐसे में सवाल उठता है कि नगर निगम अपनी जमीन को लेकर लापरवाह है।

-------- -कमरा पहले से बना हुआ अब सिर्फ लैंटर डाला गया है। पहले खुला रखा हुआ था। इसकी अनुमति को लेकर मुझे जानकारी नहीं है। मेरी पोस्टिग अभी हुई है।

तरसेम लाल, सेंट्रल कमांडेंट

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