अंबाला के टुंडला गांव की बेटी रमनदीप बनी फ्लाइंग आफिसर

बचपन से ही पढ़ाई में होनहार रही टुंडला गांव की बेटी रमनदीप कौर का एयरफोर्स में फ्लाइंग आफिसर के रूप में चयन हुआ है। 8वीं से ही रतनदीप का सपना था कि वह एयरफोर्स में फ्लाइंग अधिकारी बने और उसका यह सपना अब जाकर पूरा हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Jun 2021 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 28 Jun 2021 07:00 AM (IST)
अंबाला के टुंडला गांव की बेटी रमनदीप बनी फ्लाइंग आफिसर
अंबाला के टुंडला गांव की बेटी रमनदीप बनी फ्लाइंग आफिसर

जागरण संवाददाता, अंबाला : बचपन से ही पढ़ाई में होनहार रही टुंडला गांव की बेटी रमनदीप कौर का एयरफोर्स में फ्लाइंग आफिसर के रूप में चयन हुआ है। 8वीं से ही रतनदीप का सपना था कि वह एयरफोर्स में फ्लाइंग अधिकारी बने और उसका यह सपना अब जाकर पूरा हुआ। रमनदीप सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी रतन के तीन बच्चों में बड़ी बेटी है, दूसरे नंबर की बेटी पंजाब विश्वविद्यालय में बीसीए फाइनल की छात्रा और सबसे छोटा बेटा मर्चेंट नेवी की तैयारी कर रहा है। रमनदीप एयर फाइटर कंट्रोल ब्रांच में चुनी गई है। इसी ब्रांच में स्क्वाड्रन लीडर मिटी अग्रवाल भी हैं, जिन्होंने बालाकोट एयर स्ट्राइक में अहम रोल निभाया था और उन्हें युद्ध सेवा का अवार्ड भी मिल चुका है।

रतन बताते हैं कि रमनदीप कौर ने 8वीं के बाद से ही ठान लिया था कि उसे एयरफोर्स में नौकरी करके देश की सेवा करनी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बेटी ने 12वीं के बाद फिजिक्स लिया और खुद ही तैयारी के लिए बाजार से किताबें खरीदकर लाती थी।

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दिल्ली गणतंत्र दिवस में मिल चुका है अवार्ड

रमनदीप कौर निजी स्कूल से 12वीं पास किया और गणित में 56 फीसद अंक हासिल किया था, जबकि फाइटर पायलट के लिए 60 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है। कालेज में एनसीसी कैडट रही रमनदीप कौर ने दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर होने वाले परेड में हिस्सा लिया था, जिस पर उसे वेस्ट कैडट का अवार्ड मिल चुका है। 2015 में बीएससी करने के बाद एयरफोर्स कामन एंट्रेंस टेस्ट पास किया। ट्रेनिंग पास करने के बाद उसने इस मुकाम को हासिल किया है।

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