तोपखाना से पंजोखरा रोड पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद

15 साल के लंबे समय बाद यह सड़क बनी है इसलिए सेना नहीं चाहती सड़क फिर से टूटे। सेना ने तोपखाना से पंजोखरा रोड पर एक किलोमीटर की सड़क के दोनों तरफ बैरियर लगा दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Sep 2019 06:26 AM (IST) Updated:Mon, 02 Sep 2019 06:44 AM (IST)
तोपखाना से पंजोखरा रोड पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद
तोपखाना से पंजोखरा रोड पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद

अंशु शर्मा, अंबाला: तोपखाना से पंजोखरा रोड पर कमर्शियल और ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए सेना ने बैरियर लगा दिए हैं। भारी वाहनों के चलते सड़क टूट जाती थी जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता था। 15 साल के लंबे समय बाद यह सड़क बनी है, इसलिए सेना नहीं चाहती सड़क फिर से टूटे। सेना ने तोपखाना से पंजोखरा रोड पर एक किलोमीटर की सड़क के दोनों तरफ बैरियर लगा दिए हैं। श्रद्धालुओं को होती थी परेशानी

तोपखाना से पंजोखरा तक जाने वाली रोड की हालत पंद्रह साल से खराब थी। ऐतिहासिक पंजोखरा साहिब गुरुद्वारा जाने वाले श्रद्धालुओं को इसी खस्ताहाल सड़क से गुजरना पड़ता था। इसके अलावा टुंडला, टुंडली, गरनाला, बरनाला, हंडेसरा, जड़ोत समेत अन्य गांव के लोग भी इसी रोड का इस्तेमाल करते थे। कई बार यह मामला कैंटोनमेंट बोर्ड की मीटिग में उठा और पार्षदों के साथ-साथ पंजोखरा साहिब की पंचायत ने भी रोड बनाने की मांग रखी थी। काफी लंबे समय बाद मिलिट्री इंजीनियरिग सर्विस की ओर से रोड बनवा दी गई। खुद के खर्च से संगत करा चुकी है पैच वर्क

पंजोखरा साहिब गुरुद्वारा की ओर जाने वाली सड़क में जगह-जगह गड्ढे होने की वजह से संगत खुद के खर्च से पैच वर्क तक कर चुकी है। दरअसल, लंबे समय से सुधार न होने के कारण सड़क के बीच गहरे गड्ढे पड़ने शुरू हो गए थे। इसको लेकर स्थानीय निवासियों ने कई बार राजनीतिक पाíटयों व कैंटोनमेंट बोर्ड में शिकायत भी दी, लेकिन सड़क काम शुरू न होने पर संगत ने खुद ही पैचवर्क करने का जिम्मा उठाया था।

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