वर्दी पर दाग... लुटेरे से ही लूट लिया सोना, कोलकाता-अमृतसर ट्रेन में हुई थी वारदात, ये है पूरा मामला

अमृतसर से कोलकाता जाने वाली ट्रेन संख्या 02357 में एक यात्री के सूटकेश के सांसी गिरोह के सदस्य सोना ले उड़े। एक बदमाश पकड़ा गया। अब बदमाश का कहना है कि आरपीएफ के कर्मचारियों ने उसे पकड़ा था और उसके पास से सोना ले लिया।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 12:36 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 03:07 PM (IST)
वर्दी पर दाग... लुटेरे से ही लूट लिया सोना, कोलकाता-अमृतसर ट्रेन में हुई थी वारदात, ये है पूरा मामला
ट्रेन में सूटकेेेस से सोना ले जाने की सांकेतिक फोटो।

अंबाला [दीपक बहल]। पिछले दिनों सांसी गिरोह के एक बदमाश को पकड़ने के बाद रेलवे एक्ट के तहत केस दर्ज करना और उसके पास से बरामद 20 तोला सोना डकार जाना अब आरपीएफ के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद सरसावा (उत्तर प्रदेश) एयरफोर्स स्टेशन पर कार्यरत अधिकारी ने सोमवार को फोन कर अपनी आपबीती सुनाई।

दूसरी ओर लाखन नाम के एक व्यक्ति ने अंबाला जीआरपी एसएचओ की सरकारी ईमेल पर मेल भेजकर आरोप लगाया है कि आरपीएफ के कर्मचारियों ने उसे पकड़ा था और उसके पास से सोना ले लिया। जीआरपी ने इस मामले में आरपीएफ के कर्मियों से पूछताछ की और लाखन से संबंधित दर्ज रेलवे एक्ट के मामले का ब्योरा मांगा है।

मूल रूप से बनारस के रहने वाले रविशंकर तिवारी ने दैनिक जागरण को बताया कि पिछले दिनों सहारनपुर जाने के लिए कोलकाता से अमृतसर जाने वाली ट्रेन संख्या 02357 के एसी कोच बी-4 में सपरिवार यात्रा कर रहे थे। उनके पास भूरे रंग का सूटकेस था। सांसी गिरोह के बदमाशों ने योजनाबद्ध तरीके से बैग को काटा और स्वर्णाभूषण (करीब 20 तोला) चोरी कर लिए। सहारनपुर में उतरने के बाद जब घर पहुंचे तो आभूषण गायब होने की जानकारी लगी। उन्होंने घटना की सूचना उत्तर प्रदेश की राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को दी। सहारनपुर रेलवे पुलिस ने जीरो नंबर एफआइआर दर्ज कर घटनाक्रम बनारस का दर्शाते हुए एफआइआर वहां भेज दी।

इस तरह पकड़ में आया मामला

20 सितंबर को कोलकाता से अमृतसर जाने वाली ट्रेन जब अंबाला छावनी आउटर के पास पहुंची थी तो सांसी गिरोह के दो बदमाश ट्रेन से कूद गए थे। जब ट्रेन अंबाला छावनी स्टेशन पर पहुंची तो गिरोह के एक बदमाश को आरपीएफ ने पकड़ लिया। बदमाश के खिलाफ रेलवे एक्ट में मुकदमा दर्ज कर खानापूर्ति कर दी गई, जिस कारण बदमाश को कुछ दिन बाद जमानत भी मिल गई। घटना की जानकारी जीआरपी को नहीं दी गई थी। अब यह मामला जीआरपी और आरपीएफ के आला अधिकारियों तक पहुंच चुका है। मामले की जांच में रेलवे की खुफिया एजेंसी भी जुट गई है। आशंका जताई जा रही है कि वर्दीधारियों के पास ही 20 तोला सोना है।

कर्मचारियों को पहचान सकता है लाखन

जीआरपी को मेल भेजने वाले लाखन ने कहा है कि जिन लोगों ने सोना डकारा है वह उन कर्मचारियों को पहचान सकता है। इस मेल के बाद पुलिस साइबर सेल की मदद से लाखन के मोबाइल की कॉल डिटेल और उसके साथ ट्रेन में कौन-कौन यात्रा कर रहे थे, की डिटेल खंगालने में जुट गई है। जीआरपी ने लाखन को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।

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