सूरत अग्निकांड के बाद पुलिस आयुक्त ने मांगी एनओसी बिना संचालित स्कूलों की सूची

Surat fire. सूरत अग्निकांड के बाद पुलिस आयुक्त ने एनओसी बिना संचालित स्कूलों की सूची मांगी है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Wed, 26 Jun 2019 01:32 PM (IST) Updated:Wed, 26 Jun 2019 01:32 PM (IST)
सूरत अग्निकांड के बाद पुलिस आयुक्त ने मांगी एनओसी बिना संचालित स्कूलों की सूची
सूरत अग्निकांड के बाद पुलिस आयुक्त ने मांगी एनओसी बिना संचालित स्कूलों की सूची

अहमदाबाद, जेएनएन। अहमदाबाद पुलिस आयुक्त ने शहर में बिना अनुमति के चल रहे पाठशालाओं और कालेजों की जानकारी मांगी है। शहर पुलिस आयुक्त ने शहर के सभी पुलिस थानों को आदेश दिया है कि वे उनके क्षेत्र में दमकल विभाग की अनुमति बिना संचालित ट्यूशन क्लासेस सहित विविध शिक्षा संस्थाओं की जानकारी एकत्रित कर इसकी रिपोर्ट पेश करेँ।

सूरत के सरथाणा क्षेत्र में गत 23 मई को तक्षशिला कोचिंग सेंटर में आग लगने से 22 बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद भी प्रशासन घोर निंद्रा सो रहा है। यहां मंगलवार को एक बार फिर पाठशाला के पास आग लगने से 150 बच्चों का रेस्क्यू किया गया। इस घटना के मद्देनजर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने जांच के आदेश दिए हैं।

अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त एके सिंह ने सभी पुलिस थानों के पुलिस इंस्पेक्टरों के नाम सूचना जारी कर उनके क्षेत्र में स्थित एनओसी बिना संचालित शिक्षा संस्थाओं की जानकारी मांगी है। पुलिस इंस्पेक्टरों से मांगी गई जानकारी में कहा गया है कि उनके क्षेत्र में संचालित पाठशालाओं एवं ट्यूशन क्लासे, की जानकारी के साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कितनी पाठशालाओं और ट्यूशन क्लासेस संचालकों ने एनओसी मांगी, कितनों को मिली, कितनो को नहीं मिली और उनमें से एनओसी बिना कितनी संस्थाएं बंद हुई और कितनी चालू रखी गई है।

फायर ब्रिगेड के सूत्रों के अनुसार, अहमदाबाद शहर में राज्य सरकार की अधिसूचना के बाद कुल 4400 कोचिंग संचालकों द्वारा एनओसी के लिए आवेदन किया गया था। इनमें से 3500 को एनओसी दी गई। बहुत से क्लासिस बिल्डिंग के भूमिगत में बने कमरों में चल रहे हैं। हालाकि इंपेक्ट फीस की अदायगी के बाद इन्हें वैध कर दिया गया है। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं, जहां से निकलने के लिए केवल एक ही सीढ़ी है। वहां हवा वगैरह के लिए कोई सुविधा नहीं है। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी