जमाने की मार झेलने को विवश 80 साल की बूढ़ी मां
सूरत। ये हैं महेफूजाबेन (80) उम्र के इस पड़ाव में नाम के विपरीत जमाने की मार झेलने को विवश हैं। बीते 13 दिनों से ये सार्वजनिक चबूतरा ही उनका सब कुछ है। कारण अपनों ने छोड़ दिया। आसरा था किराए का घर जहां सालों से रह रही थीं। अब वो भी जाता रहा। कारण, मकान मालिक ने कमरा खाली करवा दिया है। मकान मालिक परिवार का कहना है कि महेफूजाबेन अशक्त हो गई हैं। स्वच्छता नहीं रख पातीं। गंदगी होती है। पड़ोसी भी इस पर शिकायत करते थे। इसलिए कमरा खाली करवाया।
महेफूजाबेन के बारे में कहा जाता है कि वे अच्छे परिवार से हैं, किन्तु अभी निराधार है। बेटा सूरत में रहने की बात कही जा रही है। बहरहाल, महेफूजाबेन की स्थिति को उजागर करने पर समाज सुरक्षा महकमा सक्रिय हुआ है।