भारत में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आना तय, गुजरात सरकार ने टेलीमेडिसिन संस्था को कोरोना प्रबंधन का काम सौंपा
अहमदाबाद ऑनलाइन टेलीमेडिसिन रिसर्च इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष एवं वैज्ञानिक रागेश शाह का मानना है कि भारत में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आना तय है। गुजरात सरकार ने इस संस्था को राज्य के पुलिस प्रशासन में कोरोना प्रबंधन का काम सौंपा है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। अहमदाबाद ऑनलाइन टेलीमेडिसिन रिसर्च इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष एवं वैज्ञानिक रागेश शाह का मानना है कि भारत में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आना तय है। गुजरात सरकार ने इस संस्था को राज्य के पुलिस प्रशासन में कोरोना प्रबंधन का काम सौंपा है। ऑनलाइन टेलीमेडिसिन संस्था इससे पहले गुजरात के पुलिसकर्मियों तथा भारत से बाहर रहने वाले प्रवासी भारतीय के स्वास्थ्य एवं कोरोना प्रबंधन पर काम कर चुकी है। संस्था को वायरस जनित रोगों पर काम करने का लंबा अनुभव है।
वर्ष 2002 में चीन में सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिस्टम (सार्स ) नामक बीमारी सामने आई तब भी संस्था इस पर शोध कार्य कर रही थी। वैज्ञानिक रागेश बताते हैं कि कोविड-19 वायरस सोर्स वायरस तथा स्वाइन फ्लू के h1 n1 वायरस जैसा ही है। संस्था कोरोना वायरस को स्कैन करने की मशीन ईजाद कर चुकी है जिससे वायरस की संपूर्ण पहचान संभव है। संस्था का दावा है कि भारत में कोरोना की तीसरी, चौथी, पांचवी लहर भी आने की पूरी पूरी संभावना है। इससे बचने के तरीके एवं महामारी के प्रबंधन पर भी संस्था काम कर रही है।
महामारी के दौरान लोगों के रहने वह स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए किए गए उपायों का एक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संस्था द्वारा चलाया जा रहा है। संस्था अपने लंबे अनुभव के आधार पर चीन, मलेशिया, सिंगापुर, फ्रांस तथा गुजरात के पुलिस प्रशासन के साथ तथा पुलिसकर्मियों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर काम कर रही है। वायरस जनित रोगों पर रिसर्च का इस संस्था को 30 साल का अनुभव है तथा इसके वैज्ञानिक व चेयरमैन रागेश शाह का मानना है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर आना तय है। लोगों को इससे बचने के उपाय वह महामारी के दौरान सुरक्षित तरीके से रहने के प्रशिक्षण भी संस्था की ओर से दिए जा रहे हैं।