भारत-पाक मैत्री व शांति पदयात्रा की शुरुआत करते हुए संदीप पांडे सहित सात हिरासत में

भारत-पाकिस्तान मैत्री एवं शांति पदयात्रा की शुरुआत करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडे व अन्यों को हिरासत में ले लिया गया।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Tue, 19 Jun 2018 12:48 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jun 2018 06:01 PM (IST)
भारत-पाक मैत्री व शांति पदयात्रा की शुरुआत करते हुए संदीप पांडे सहित सात हिरासत में
भारत-पाक मैत्री व शांति पदयात्रा की शुरुआत करते हुए संदीप पांडे सहित सात हिरासत में

अहमदाबाद, जेएनएन। गांधी आश्रम से बनासकांठा पाकिस्तान बॉर्डर के पास नडाबेट तक निकाली जाने वाली भारत-पाकिस्तान मैत्री एवं शांति पदयात्रा की शुरुआत करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडे व अन्यों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद में धारा 144 लागू होने के चलते यह कदम उठाया गया। इससे पहले पांडे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तरह लाहौर तक बस यात्रा करने की भी मांग की।

रेमन मेग्सेसे अवार्ड विजेता संदीप पांडे की अगुआई में अहमदाबाद के गांधी आश्रम से मंगलवार सुबह यात्रा शुरू होनी थी, जिसके लिए विविध संस्थाओं के पदाधिकारी आश्रम में एकत्र हुए। यहां एक सभा हुई जिस में कांग्रेस विधायक नौशाद सोलंकी, निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी आदि भी शामिल हुए। पदयात्रा आश्रम से बाहर निकलते ही संदीप पांडे, सामाजिक कार्यकर्ता कोसर अली, पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता मंजिल नाणावटी सहित 7 लोगों हिरासत में लेकर राणिप पुलिस चौकी पर लाया गया, जहां कुछ घंटे रखने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। पदयात्रा फिर गांधीनगर के अडालज इलाके से शुरू की गई।

यह पदयात्रा भारत-पाकिस्तान लोकमंच, आगाज ए दोस्ती, अल्पसंख्यक संयोजन समिति, गुजरात लोक समिति, इंस्टीट्यूट फॉर लेबर एजुकेशन एंड रिसर्च कराची, इंसाफ फाउंडेशन, गुजरात मजदूर पंचायत सहित कई संगठनों की ओर से साबरमती गांधी आश्रम से शुरू होकर 30 जून को बनासकांठा के नडा बेट तक पहुंचेगी।

संदीप पांडे बताते हैं कि एक दूसरे के दुश्मन यूरोपीय देश आज एक हो गए, कट्टर दुश्मन दक्षिण व उत्तर कोरिया दोस्ती के लिए हाथ बड़ा चुके हैं। ऐसे में एशिया महाद्वीप में शांति के लिए भारत व पाकिस्तान को भी एक-दूसरे से हाथ मिलाकर अपने नागरिकों के लिए सीमाओं को खोल देना चाहिए। उनका कहना है कि वाघा चौकी पर सैन्य प्रदर्शन के बजाए शांति कार्यक्रम हों। उनका कहना है कि पंजाब, राजस्थान व गुजरात की सीमाएं पाकिस्तान से लगी हुई हैं। गुजरात के सैकड़ों मछुआरे पाक जेलों में बंद हैं। यदि यहां के लोगों को पाक जाने का मौका मिले तो वे अपने परिजनों को वहां की जेलों में खोलकर वापस भारत लाने का प्रयास कर सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तरह दिल्ली से लाहौर तक बस यात्रा करने की मांग की है। साथ ही, अहमदाबाद से कराची व गुजरात के सुईगाम से पाक के काकरापार तक बस सेवा उपलब्ध कराने की मांग की है।

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