Khel Mahakumbh 2022: पीएम मोदी ने खेल महाकुंभ 2022 का किया आगाज, कहा-मुझे देश की युवाशक्ति पर भरोसा है

Gujarat पीएम मोदी ने अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में खेल महाकुंभ 2022 का शुभारंभ किया। इससे पहले मोदी ने रोड शो किया। इससे पहले मोदी व अमित शाह ने गांधीनगर में स्थित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह व नए भवन के लोकार्पण समारोह में शिरकत की।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 12 Mar 2022 07:23 PM (IST) Updated:Sat, 12 Mar 2022 08:16 PM (IST)
Khel Mahakumbh 2022: पीएम मोदी ने खेल महाकुंभ 2022 का किया आगाज, कहा-मुझे देश की युवाशक्ति पर भरोसा है
पीएम मोदी ने अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में खेल महाकुंभ 2022 का किया शुभारंभ। फोटो एएनआइ

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पहले खेल जगत में भाई-भतीजावाद हावी था, इसलिए प्रतिभाएं परेशानियों में जूझने में निकल जाती थी लेकिन अब खेलो इंडिया से माहौल बदला है। खेलों में युवा बेहतर प्रदर्शन कर आसमान छू रहे हैं। मोदी ने कहा कि जब बच्चे यूक्रेन में फंसे तब जाना कि तिरंगा ही हमारी आन-बान व शान है। भारत का खेलों के साथ रक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आदि क्षेत्र में भी दबदबा बना है। अहमदाबाद के नवरंगपुरा स्थित सरदार पटेल स्टेडियम में गुजरात सरकार के 11वें खेल महाकुंभ के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि 2010 में जब उन्होंने मुख्यमंत्री रहते पहले खेल महाकुंभ कराया तो 16 खेलों में 13 लाख खिलाड़ियों ने भाग लिया था। 2019 में 36 खेल व 26 पैरास्पोर्टस में यह संख्या 40 लाख पहुंची। उसी का परिणाम है कि टोक्यो ओलंपिक व पैरालंपिक खेलों में गुजरात के खिलाड़ियों ने हर खेल में कमाल का प्रदर्शन किया। 11वें खेल महाकुंभ में 55 लाख खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, गुजरात की युवा शक्ति व खिलाडियों के पराक्रम पर गर्व हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले खेल प्राथमिकता में नहीं थे, भाई-भतीजावाद घुस गया था, पारदर्शिता की कमी थी। दुनिया में भारत की एक या दो खेलों में पहचान थी। इसी के कारण देश की पहचान व गौरव से जुड़े खेल भी भुला दिए गए। खेलो इंडिया के जरिए खिलाड़ियों को तैयार करने व सरकार के प्रयास का ही परिणाम है कि टोक्यो ओलंपिक में भारत को सात मेडल हासिल हुए। पैरालंपिक में भी खिलाड़ियों ने 19 मेडल जीते। वह दिन दूर नहीं जब कई खेलों में महारत रखने वाले देशों में भी हिंदुस्तान का तिरंगा लहराता होगा। मोदी ने कहा कि यूक्रेन में फंसे बच्चे जब देश लौटे तो उन्होंने बताया कि संकट में महसूस किया कि तिरंगा की आन-बान शान क्या होती है।

भारत का खेलों के साथ रक्षा क्षेत्र, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आदि क्षेत्र में भी दबदबा है। दुनिया भारत को बड़ी शक्ति के रूप में देख रही है। खेल भावना ही हमें कई गुना आगे बढञा सकती है। केंद्र देश में पेशेवर संस्थाएं खड़ी कर रहा है 2012 में मणीपुर में नेशनल स्पोर्टस युनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश में स्पोर्ट्स हाई एजुकेशन के लिए मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, आइआइएम रोहतक पीजी डिप्लोमा इन स्पोर्ट्स शुरू किया। गुजरात स्वर्णिम गुजरात खेल विश्वविद्यालय भी इसी का उदाहरण है। गुजरात के तटीय इलाकों में डीप स्पोर्ट्स को बढञाया जाना चाहिए।

मोदी ने राज्य के युवा खिलाड़ियों को नसीहत दी कि कभी भी शार्ट कट में मत फंसना। परिश्रम से ही सही सफलता मिलती है। मोदी ने कहा रेलवे स्टेशन पर लिखा होता है शार्ट कट विल कट यू शार्ट, पूरे समर्पण के साथ लोंग टर्म प्लानिंग से ही सफलता मिलती है।

भारत सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है, पहले प्रतिभाएं दबी रह जाती थी लेकिन अब उन्हें पहचान कर प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। केंद्र ने खेल का बजट 70 प्रतिशत बढ़ाया है। खिलाड़ियों को मिलने वाले भत्तों को भी 60 फीसद बढ़ाया। साथ ही, कोच को भी उचित पुरस्कार दिया जाने लगा है। आज ग्रामीण, पिछड़े व आदिवासी बच्चों की प्रतिभाएं सामने आ रही है। पहले खिलाड़ियों को लेकर माहौल नहीं था, बड़े खिलाड़ियों ने भी कई परेशानियां झेली। आज खेल में नंबर एक नहीं हो तो भी युवा कोच, खेल प्रबंधन, खेल लेखन, ट्रैनिंग, फिजियोथैरेपिस्ट, डायटीशियन जैसे क्षेत्र में कैरियर बना रहे हैं।

दाल-चावल खाने वालों की पहचान थी

प्रधानमंत्री मोदी के खेल महाकुंभ के भव्य उद्घाटन से पहले गुजरात के नामी गायक पार्थिक गोहिल, भूमि त्रिवेदी, आरजे देवकी व लोक कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति दी। वहीं गुजराती सिनेमा के सुपरस्टार व भाजपा विधायक हितू कनोडिया ने राम जाने लीला जाने फेम भूमि त्रिवेदी, देवकी के साथ गरबा किया। समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि पहले गुजराती मतलब दाल चावल खाने वाले जैसी पहचान थी। खेलों में कुछ नहीं था। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री रहते खेल महाकुंभ की शुरुआत की थी। 13 से शुरू हुई खिलाडियों की भागीदारी अब 55 लाख तक पहुंच गई है। खेल को गुजरात की संस्कृति का हिस्सा बनाने का सपना आज साकार हो रहा है। आज गुजराती खिलाड़ बैडमिंटन, शूटिंग, तैराकी,जिम्नास्ट जैसे खेलों में नाम दर्ज करा रहे हैं। खेल राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने को राज्य में 24 खेल काम्पलेक्स तथा 44 हाई परफोर्म सेंटर बनाए जा रहे हैं।

मोदी का जलवा

प्रधानमंत्री मोदी का जलवा गुजराती महिला-पुरुष व युवाओं पर अभी भी सिर चढ़कर बोल रहा है। शुक्रवार को अहमदाबाद हवाई अड्डे से गांधीनगर कोबा तक रोड शो के बावजूद शनिवार को राष्ट्रीय रक्षा शक्ति युनिवर्सिटी से अहमदाबाद आते वक्त गांधीनगर दहगाम से इंदिरा ब्रिज अहमदाबाद तक सड़क के दोनों ओर भारी जनसैलाब उमड़ा। इसके चलते प्रदेश भाजपा को प्रधानमंत्री मोदी का अघोषित रोड शो कराना पड़ा। महिला व बच्चे हाथों में तिरंगा लिए मोदी का स्वागत करने को घंटों रोड के दोनों ओर खड़े नजर आए। महिलाओं व युवाओं में भी मोदी का जादू सिर चढ़कर बोलते नजर आया। स्टेडियम में जब मोदी का डुप्लीकेट दर्शक दीर्घा में राउंड पर निकला तो स्टेडियम मोदी, मोदी के नारों से गूंजने लगा। प्रधानमंत्री के भाषण शुरू करने से पहले भी युवाओं नारे लगाते रहे।

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