वडोदरा जेल के कैदियों ने पेश की मिसाल, तीन माह में कमाया इतना रुपया

वडोदरा मध्यस्थ जेल के अधीक्षक के अनुसार अप्रैल 2019 से जून 2019 तक तीन माह में वडोदरा मध्यस्थ जेल के 199 कैदियों ने एक करोड़ 12 लाख रु से अधिक की कमाई की है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Tue, 20 Aug 2019 12:48 PM (IST) Updated:Tue, 20 Aug 2019 12:48 PM (IST)
वडोदरा जेल के कैदियों ने पेश की मिसाल, तीन माह में कमाया इतना रुपया
वडोदरा जेल के कैदियों ने पेश की मिसाल, तीन माह में कमाया इतना रुपया

अहमदाबाद, जेएनएन। देश में भले मंदी का असर छाया हो लेकिन वडोदरा जेल के कैदियों ने विविध प्रकार के काम करके सवा करोड़ रुपये कमाकर एक उदाहरण पेश किया है। उधर राज्‍य के टैक्स विभाग की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट ने उनके काम को फिरौती वसूलने जैसा बता दिया। 

वडोदरा मध्यस्थ जेल के 199 कैदी विविध औद्योगिक समूह व श्रम कार्य करते हैं। इन्हें कुशलता व प्रशिक्षण के आधार पर दैनिक 70-80 व सौ रु का भुगतान किया जाता है। कैदियों की ओर से बनाई गई विविध वस्तुओं से भी जेल प्रशासन को आवक होती है। जेल अधीक्षक बताते हैं कि अप्रैल 2019 से जून 2019 तक तीन माह में वडोदरा मध्यस्थ जेल के 199 कैदियों ने विविध तरह के काम करके एक करोड़ 12 लाख रु से अधिक की कमाई की है। राज्य की विविध जेलों को होने वाली कमाई में यह सर्वाधिक है जबकि अहमदाबाद की साबरमती व सूरत जेल की तुलना में वडोदरा जेल में अकुशल कैदियों की संख्या अधिक है। 

वेट वसूली या फिरौती

गुजरात के टैक्स विभाग के एक पुराने मामले की सुनवाई कर रहे गुजरात हाईकोर्ट ने टैक्स विभाग के काम को फिरौती वसूलने जैसा बताया है। इलेक्ट्रोनिक कंपनी माइक्रोमेक्स इन्फोर्मेटिक्स लिमिटेड से गुजरात के वैल्‍यू एडेड टैक्स विभाग ने मार्च 2017 में ऑडिट का पुन: मूल्यांकन करने का नोटिस सौंपा था। बाद में इस मामले में वेट विभाग ने कंपनी के बैंक से सीधे ही एक करोड़ 49 लाख रुपये वसूल लिए। कंपनी ने इसकी शिकायत हाईकोर्ट में की जिसकी सुनवाई के बाद अदालत ने टैक्स विभाग की कार्यवाही को फिरौती वसूलने जैसा बताया। 

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