Gujarat Weather: गुजरात में तूफान की संभावना, मछुआरों को किया सतर्क

Gujarat Weather. गुजरात में तूफान को लेकर पोरबंदर भावनगर मोरबी और जाफराबाद में मछुआरों को सतर्क कर दिया गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 05:58 PM (IST) Updated:Sat, 30 May 2020 05:58 PM (IST)
Gujarat Weather: गुजरात में तूफान की संभावना, मछुआरों को किया सतर्क
Gujarat Weather: गुजरात में तूफान की संभावना, मछुआरों को किया सतर्क

अहमदाबाद, संवाद सूत्र। Gujarat Weather. गुजरात के तटीय क्षेत्रों में तूफान के साथ बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। इसके मद्देनजर पोरबंदर, भावनगर, मोरबी और जाफराबाद में मछुआरों को सतर्क कर दिया गया है। उनसे कहा गया है कि वे मछली पकड़ने के लिए समुद्र में न जाएं और जो गए हैं, वो तुरंत वापस हो जाएं। मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था के हवाले से कहा गया है कि गुजरात तूफान के निशाने पर है।

राज्य में चार और पांच जून को द्वारका, ओखा और मोरबी से कच्छ होते हुए तूफान के आने की संभावना है। यदि तूफान आएगा तो वह द्वारका होते हुए कच्छ-कंडला के आस-पास के इलाकों को रौंदता हुआ राजस्थान की ओर जाएगा। हालांकि मौसम विभाग की ओर से इस बारे में कोई भी संभावना व्यक्त नहीं की गई है। परंतु मौसम के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह तूफान गुजरात में आएगा तो प्रति घंटे 120 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। हालात के मद्देनजर राज्य के पोरबंदर, भावनगर, घोघा और जाफराबाद बंदरगाहों पर एक नंबर का सिग्नल लगा दिया गया है।

हालात के मद्देनजर मेरी टाइम बोर्ड ने मछुआरों को सतर्क किया है कि वे मछली पकड़ने के लिए समुद्र में न जाएं। तूफान सौराष्ट्र, कच्छ, पोरबंदर, द्वारा के तटीय इलाकों में तबाही मचा देगा। इससे इन इलाकों में काफी नुकसान की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान समय में चक्रवात ओमान-यमन के पास केंद्रित है। गत चार दिनों से तूफान गुजरात की ओर रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। 

गौरतलब है कि कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में फिर आंधी-तूफान के साथ बारिश की आशंका है। मौसम विभाग की ओर से कोलकाता के अलावा उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली, नदिया और मुर्शीदाबाद जिलों में आंधी-तूफान के साथ बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। कुछ जगहों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे के दौरान बंगाल की खाड़ी का उत्तरी हिस्सा अशांत रहेगा। दूसरी ओर उत्तर बंगाल में अगले दो दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा।

पिछले दिनों चक्रवात ने दक्षिण बंगाल में कहर बरपाया था। जान-माल का भारी नुकसान हुआ था। उसके बाद गत बुधवार को कालबैशाखी तूफान का प्रकोप देखने को मिला। इसने भी तीन जानें ले ली थीं। मौसम विभाग इसे मानसून पूर्व की बारिश बता रहा है। मानसून एक जून तक केरल में प्रवेश करेगा। बंगाल में यह सात जून तक दस्तक देगा और 11 जून तक इसके कोलकाता पहुंचने का अनुमान है।

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