Gujarat: रिश्वत मामले में रत्नाकर बैंक के दो अधिकारियों को सीबीआइ ने किया गिरफ्तार

Gujarat सीबीआइ)ने रत्नाकर बैंक दो बड़े अधिकारियों को 30 लाख रुपये की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। कृषि लोन नहीं चुका पाने के बाद संपत्ति के मूल्य निर्धारण प्रमाणपत्र के बदले यह रिश्वत मांगी गई थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 19 Nov 2021 09:16 PM (IST) Updated:Fri, 19 Nov 2021 09:16 PM (IST)
Gujarat: रिश्वत मामले में रत्नाकर बैंक के दो अधिकारियों को सीबीआइ ने किया गिरफ्तार
रिश्वत मामले में रत्नाकर बैंक के दो अधिकारियों को सीबीआइ ने किया गिरफ्तार। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने रत्नाकर बैंक दो बड़े अधिकारियों को 30 लाख रुपये की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। कृषि लोन नहीं चुका पाने के बाद संपत्ति के मूल्य निर्धारण प्रमाणपत्र के बदले यह रिश्वत मांगी गई थी। रत्नाकर बैंक लिमिटेड अहमदाबाद एग्रो डिवीजन के मुख्य अधिकारी व रत्नाकर बैंक पुणे के रिकवरी प्रमुख को सीबीआइ ने रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। गुजरात के 12 परिवारों ने मुर्गी पालन के लिए बैंक से एग्री टर्म लोन लिया था। सरकार इस लोन के बदले 50 प्रतिशत तक सब्सिडी देती है। बैंक का कर्ज नहीं चुका पाने के कारण इन परिवारों का लोन एनपीए (फंसा कर्ज) घोषित कर दिया गया, लेकिन सब्सिडी का लाभ हासिल करने के लिए इन परिवारों ने बैंक अधिकारियों से संपत्तियों के मूल्य निर्धारण प्रमाणपत्र मांग की। इसके बदले रत्नाकर बैंक अहमदाबाद के एग्रो डिवीजन के मुख्य अधिकारी निमेष मांगेर को सीबीआइ ने रंगे हाथ 30 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। पुणे के रिकवरी हेड सौरभ भसीन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सीबीआइ के उपाधीक्षक संदीप भदौरिया ने यह गिरफ्तारी की। दोनों बैंक अधिकारियों के अहमदाबाद, पुणे तथा दिल्ली स्थित कार्यालयों तथा आवासों पर तलाशी अभियान जारी है।

गौरतलब है कि भरूच जिले के एक गांव में 37 आदिवासी परिवारों के करीब 100 लोगों को धन व अन्य प्रलोभन देकर मतांतरण का मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश में मतांतरण का आरोपित सलाउद्दीन व उमर गौतम यहां भी लिप्त पाए गए हैं। भरूच के पुलिस उपाधीक्षक एमपी भोजानी के अनुसार, जिले के आमोद कस्बे के पास स्थित काकरिया गांव के 37 आदिवासी परिवारों को स्थानीय मौलवी व लंदन में रहकर भारत में धर्म परिवर्तन के लिए अवैध रूप से धन मुहैया करने वाले हाजी अब्दुल्ला फेफड़ावाला ने धन का प्रलोभन व मकान, राशन आदि वस्तुओं का लालच देकर इनका मतांतरण करा दिया था। सलाउद्दीन व उमर गौतम गुजरात की वडोदरा जेल में बंद है, जबकि हाजी अब्दुल्ला लंदन में रहकर भारत में मतांतरण के लिए धन उपलब्ध कराता है। उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से मतांतरण का नेटवर्क चलाने के आरोप में गिरफ्तार सलाउद्दीन करीब बीस बार व उमर गौतम 18 बार भरूच जिले का दौरा कर चुका है।

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