Fact Check: फेक मैसेज है '30 जीबी फ्री डाटा आजादी ऑफर' , वायरल हुआ फिशिंग लिंक्स

दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सर्विस प्रोवाइडर्स ने इस तरह की कोई स्कीम नहीं दी है। इनके साथ में फिशिंग लिंक्स वायरल हो रहे हैं। पहले भी इस तरह के कई मैसेज वायरल हुए हैं।

By Monika MinalEdited By: Publish:Wed, 17 Aug 2022 05:11 PM (IST) Updated:Wed, 17 Aug 2022 05:11 PM (IST)
Fact Check: फेक मैसेज है '30 जीबी फ्री डाटा आजादी ऑफर' , वायरल हुआ फिशिंग लिंक्स
फेक मैसेज है '30 जीबी फ्री डाटा आजादी ऑफर'

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। 15 अगस्त के पहले से सोशल मीडिया पर 30 जीबी फ्री डाटा ऑफर का एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि सर्विस प्रोवाइडर्स यूजर्स को 30 जीबी फ्री डाटा ऑफर दे रहे हैं। इनमें कंपनियों के नाम के साथ लिंक दिए गए हैं।

दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' ने अपनी पड़ताल में पाया कि सर्विस प्रोवाइडर्स ने इस तरह की कोई स्कीम नहीं दी है। इनके साथ में फिशिंग लिंक्स वायरल हो रहे हैं। पहले भी इस तरह के कई मैसेज वायरल हुए हैं, जिनकी विश्वास न्यूज ने पड़ताल की है।

वायरल मैसेज की पड़ताल के लिए 'विश्वास न्यूज' ने सबसे पहले इसमें दिए गए लिंक्स को ध्यान से देखा। ये सभी संदिग्ध लगे। एयरटेल के नाम से दिए गए लिंक पर क्लिक करने पर जो पेज खुला, उसका यूआरएल https://fill2.us/Claim-Now#1660716257213 है। यह एयरटेल की आधिकारिक वेबसाइट का लिंक नहीं है। इसमें नीचे लिखा है कि अगर आपको 30 जीबी फ्री डाटा चाहिए तो नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें। इसको दोस्तों और परिवार को भी शेयर करने को कहा गया है।

एयरटेल के अलावा बाकी लिंक्स पर क्लिक करने पर भी इससे मिलते-जुलते यूआरएल मिले। खास बात यह है कि इस पर मैसेज और नीचे दिए गए कमेंट्स और उन्हें करने वाले यूजर्स के नाम समान हैं। जैज, जॉन्ग, टेलीनॉर और अदर नेटवर्क्स के साथ दिए गए लिंक्स 14 अगस्त यानी पाकिस्तान की आजादी का बधाई संदेश दे रहे हैं लेकिन इनमें भी कमेंट और उन्हें करने वाले यूजर्स समान हैं।

एयरटेल, जिओ, वोडाफोन आइडिया, बीएसएनएल, जैज, जॉन्ग और टेलीनॉर की आधिकारिक वेबसाइट पर इस तरह के ऑफर की कोई जानकारी नहीं है। गूगल पर कीवर्ड से सर्च करने पर भी हमें किसी विश्वसनीय वेबसाइट पर इस तरह की कोई खबर नहीं मिली। इस बारे में 'विश्वास न्यूज' ने साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल से बात की। उनका कहना है, 'ये सभी फिशिंग लिंक्स हैं। इन पर क्लिक करने से यूजर का डाटा चेारी हो सकता है। इस तरह की योजनाएं कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल्स पर चेक करें।'

पूरी पड़ताल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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