बोल्ड दृश्य से मिलते हैं हिट्स: पाओली डैम

नई दिल्ली। बंग्ला फिल्मों और टीवी की दुनिया से हिंदी फिल्मों में आए पाओली डैम को अभी कुछ ही समय हुए हैं, लेकिन उनकी छवि लोगों में एक ग्लैमरस हीरोइन की हो गई है। पिछले दिनों रिलीज हुई फिल्म 'अंकुर अरोरा मर्डर केस' को उन्होंने अपनी इस छवि को तोड़ने के लिए साइन किया था। वे

By Edited By: Publish:Thu, 20 Jun 2013 04:24 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jun 2013 04:54 PM (IST)
बोल्ड दृश्य से मिलते हैं हिट्स: पाओली डैम

नई दिल्ली। बंग्ला फिल्मों और टीवी की दुनिया से हिंदी फिल्मों में आए पाओली डैम को अभी कुछ ही समय हुए हैं, लेकिन उनकी छवि लोगों में एक ग्लैमरस हीरोइन की हो गई है। पिछले दिनों रिलीज हुई फिल्म 'अंकुर अरोरा मर्डर केस' को उन्होंने अपनी इस छवि को तोड़ने के लिए साइन किया था। वे कहती हैं, 'विक्रम भट्ट प्रोडक्शंस की फिल्म 'हेट स्टोरी' में अंतरंग दृश्यों के कारण मैं चर्चा में आई थी। लोगों में मेरी आरंभिक छवि एक बोल्ड और बिंदास अभिनेत्री की बनी, लेकिन फिल्म 'अंकुर अरोरा मर्डर केस' के जरिए मैं अपने ऊपर लगे सेक्स सिंबल के टैग को हटाना चाह रही थी। मैं अपनी ग्लैमरस छवि से अलग इस फिल्म में किरदार में नजर आई।'

फिल्म 'अंकुर अरोरा मर्डर केस' में पाओली वकील बनी हैं। उसकी लड़ाई सिस्टम से नहीं है और ना ही उसे सिस्टम की मुखालफत करने वाले लोगों में शुमार किया जाना पसंद है। वह फिल्म में एक मां को हक दिलाने के लिए लड़ती है। जिन दर्शकों ने फिल्म देखी है, उन्हें समझ में आ गया होगा कि हमारे देश में बहुत सी मौतें डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से भी होती हैं। ऐसे ही एक केस को इस फिल्म में दिखाया गया है। पाओली कहती हैं, 'विक्रम भट्ट ने जब इस भूमिका के लिए ऑफर दिया था, तब मैं थोड़ा चकित हुई थी, क्योंकि मैंने ऐसी भूमिका पहले नहीं की थी। मैंने उनसे पूछा कि आप श्योर हैं कि इस भूमिका को मैं कर सकती हूं? मुझे अपने आप पर और एक अभिनेत्री के तौर पर उतना भरोसा नहीं था, क्योंकि कोर्ट ड्रामा के लिए भारी भरकम संवाद के साथ परफॉर्म करना मेरे बस की बात नहीं थी। विक्रम ने जब मुझ पर भरोसा जताया, तो मुझे यकीन आया। मुझे लगा कि मैं इस रोल के साथ न्याय कर सकती हूं। इस रोल के लिए मैंने कुछ लीगल और मेडिकल टर्म भी सीखे, जो मेरे लिए मददगार साबित हुए।'

पाओली आगे कहती हैं, 'हिंदी फिल्में मैंने हाल में देखनी शुरू की हैं। मुझे 'ओ माई गॉड' का कोर्ट वाला दृश्य पूरी तरह याद था। मैंने वहां से भी अपनी भूमिका के लिए तैयारी की। साथ ही मेरे लिए सनी देओल भी बहुत मददगार साबित हुए। 'दामिनी' में जिस तरह के वकील की भूमिका उन्होंने निभाई है, उस तरह की भूमिका शायद ही किसी अभिनेता ने निभाई हो। अब फिल्में तो फिल्में ही होती हैं। उसमें रियलिटी के अलावा थोड़ा बहुत चटखारा तो स्क्रीन के हिसाब से लगाना ही पड़ेगा वर्ना दर्शक बोर हो जाएंगे।'

पाओली ने अपने करियर की शुरुआत बांग्ला टीवी से की। वहां काम करने के बाद उन्होंने फिल्मों की ओर कदम बढ़ाया, लेकिन उन्हें चर्चा मिली फिल्म 'चत्रक' से, जिसका प्रदर्शन कांस फिल्म फेस्टिवल में हुआ था। पाओली कहती हैं, 'वह फिल्म मेरे करियर का टर्निग प्वॉइंट थी। एक टीवी स्टार को रातोंरात यू-ट्यूब ने लोगों की नजरों में ला दिया। मैंने ऑडियंस के व्यवहार में तब्दीली देखी, क्योंकि सबसे अधिक हिट्स मेरे सेक्स सीन वाले दृश्यों पर मिले थे। बाद के दिनों में इसी फिल्म के छह मिनट के एक वीडियो को यू-ट्यूब पर से हटाना पड़ा, लेकिन मैं मानती हूं कि 'चत्रक' वह फिल्म थी, जिसने मुझे रातोंरात इंटरनेट पर स्टार बना दिया। तभी से मुझे यकीन हो गया कि सिनेमा या टीवी में सेक्स जितना लोकप्रिय कुछ और नहीं है। कांस फिल्म फेस्टिवल में भी इस फिल्म को लेकर मुझे जबर्दस्त प्रतिक्रियाएं मिलीं और बॉक्स ऑफिस के अलावा यह इंटरनेशनल फिल्म सर्किट में भी खासी चर्चित रही। इसके बाद मेरी लोकप्रियता बांग्ला फिल्मों में बढ़ने लगी और बंगाल की फिल्म इंडस्ट्री में भी मुझे लोग पहचानने लगे लेकिन मुझे लगा कि बंगाल से बाहर निकलना है तो हिंदी फिल्मों में काम करना होगा। फिर मैंने हिंदी फिल्मों में काम करने की बात सोची। विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'हेट स्टोरी' में मेरे किरदार को अगर लोग याद करें, तो पाएंगे कि पूरी फिल्म मेरे कंधे पर थी। फिल्म की कहानी में जो बोल्ड दृश्य मैंने किए थे, उन्हीं को जरिया बनाकर एक पीड़ित लड़की न्याय पाती है। ये सारे दृश्य कहानी की डिमांड थे।'

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