Video: जारी है ‘रुक रुक...मैजिक’, तब्बू के बाद अब इस एक्ट्रेस के नख़रे...उफ़ !

इस गाने को राघव सच्चर ने री-क्रियेट किया है जबकि पालोमी घोष ने इसे गाया है।

By Manoj KhadilkarEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 01:43 PM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 01:10 PM (IST)
Video: जारी है ‘रुक रुक...मैजिक’, तब्बू के बाद अब इस एक्ट्रेस के नख़रे...उफ़ !
Video: जारी है ‘रुक रुक...मैजिक’, तब्बू के बाद अब इस एक्ट्रेस के नख़रे...उफ़ !

मुंबई। करीब 24 साल पहले आई अजय देवगन और तब्बू की फिल्म विजयपथ आपको याद हो न हो लेकिन इस फिल्म का गाना ‘रुक रुक रुक...’ तो जरुर याद होगा। इस गाने को अब नए सिरे से पेश किया जा रहा है।

अजय की 1994 में आई फिल्म विजयपथ में ये गाना तब्बू पर फिल्माया गया था और अब काजोल पर। जी हाँ, प्रदीप सरकार की फिल्म हेलीकॉप्टर ईला में आपको ये गाना काजोल के साथ नज़र आएगा। सिंगल मदर पैरेंटिंग की कहानी पर बनी इस फिल्म में काजोल को उभरती हुई सिंगर के रूप में भी दिखाया गया है। इस दौरान वो ये गाना गाती हैं। इस गाने को मंगलवार को रिलीज़ किया गया l 

संयोग की ही बात है कि इस गाने का फिल्मांकन पहले काजोल के पति अजय देवगन पर हो चुका है। इस गाने की एक तस्वीर बाहर आई है जिसमें ख़ूबसूरत काजोल को देखा जा सकता है। इस गाने को राघव सच्चर ने री-क्रियेट किया है जबकि पालोमी घोष ने इसे गाया है। फिल्म हेलीकॉप्टर ईला 12 अक्टूबर को आने वाली है ।

काजोल और नेशनल अवॉर्ड विनर बांग्ला एक्टर रिधि सेन स्टारर इस फिल्म में काजोल को ओवर-प्रोटेक्टिव माँ के किरदार में दिखाया गया है। वो अपने इकलौते बेटे की परवरिश करने के साथ उसके बारे में हद से ज़्यादा चिंता करती है। माँ का किरदार निभा रही काजोल अपने ही बेटे के कॉलेज में एडमिशन भी लेती हैं ताकि उसके साथ अधिक से अधिक समय तक रह सके । लेकिन बाद में प्राइवेसी के चलते बेटे और माँ के बीच मनमुटाव आ जाता है। हेलीकॉप्टर ईला, गुजराती के प्रसिद्ध नाटक बेटा काग्दो पर आधारित है।

हाल ही में एक इंटरव्यू में काजोल ने कहा कि मैं सक्सेसफुल हुई या नहीं हुई. मैंने यह सब कुछ खुद पर लिया. मैंने वही किया तो मैं करना चाहती थी. मैंने किसी को यह इजाजत नहीं दी कि कोई आये और कहे कि हम तो इससे यह एक्सपेक्ट ही नहीं करते थे. काजोल कहती हैं कि उन्होंने कभी नंबर गेम में बिलिव नहीं किया और आज भी नहीं करती हैं. वो कहती हैं “मैं बस जो करना चाहती हूं. उसमें खुश रहना चाहती हूं. मैंने कभी पैसों के लिए काम नहीं किया है. मैं बस अच्छा फील करने के लिए ही काम करती हूं”. वह आज के दौर के सिनेमा के बारे में कहती हैं कि आज की ऑडियंस को बेहतर सिनेमा चाहिए. पहले फार्मूला वर्क कर जाता था. अब नहीं करता है. अब सबकुछ बदल चुका है.

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