पाक फिल्‍म इंडस्‍ट्री को बर्बाद कर देगी भारत-पाक रिश्‍तों में आई दरार!

सुनने में आ रहा है कि अगर रिश्‍ते नहीं सुधरते तो पाकिस्‍तान बॉलीवुड फिल्‍मों को अपने वहां प्रतिबंधित कर सकता है। पाक फिल्‍म इंडस्‍ट्री का 70 प्रतिशत बिजनेस बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्‍मों से आता है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Wed, 28 Sep 2016 02:47 PM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2016 06:52 PM (IST)
पाक फिल्‍म इंडस्‍ट्री को बर्बाद कर देगी भारत-पाक रिश्‍तों में आई दरार!

लाहौर (पीटीआई)। पाकिस्तान फिल्म इंडस्ट्री इन दिनों घबराई हुई है। उन्हें डर है कि कहीं पाकिस्तान में बॉलीवुड फिल्मों पर प्रतिबंध लग गया तो इंडस्ट्री को 70 प्रतिशत तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है। उड़ी आतंकी हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव बढ़ गया है। सुनने में आ रहा है कि अगर रिश्ते नहीं सुधरते तो पाकिस्तान बॉलीवुड फिल्मों को अपने वहां प्रतिबंधित कर सकता है।

प्रदर्शक और वितरक नदीम मांदीवाला कहते हैं, 'मैं निराश नहीं हो रहा हूं, लेकिन सच्चाई यही है कि पाकिस्तान फिल्म उद्योग में अगर बूम आया तो इसका कारण बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों का यहां रिलीज होना है। मैं आशा करता हूं कि भारत-पाक के बीच तो रिश्तों में तनाव आया है, वो जल्द खत्म हो जाए। ये सब ज्यादा लंबा ना खिंचे। अगर बॉलीवुड फिल्मों पर यहां कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगता है, तो हम सर्वाइव कर भी लेंगे। लेकिन अगर ये प्रतिबंध हमेशा के लिए हुआ तो पाकिस्तान के ज्यादातर सिनेमाहाउस और मल्टीप्लेक्स बंद होने की कगार पर पहुंच जाएंगे।'

रणबीर कपूर में हैं कुछ अजीब आदतें, सलमान खान ने मारा था थप्पड़

इधर पाकिस्तान फिल्म क्रिटिक उमेर अल्वी बताते हैं, 'हमारी फिल्म उद्योग अभी उस स्थिति में नहीं है कि अकेले दम पर आगे बढ़ सके। पाक फिल्म उद्योग तब ठीक-ठाक चल सकता है, जब हम हर साल 50 से 60 फिल्में बनाएं। लेकिन अभी हम ऐसा बिल्कुल नहीं कर पा रहे हैं। यहां सिनेमाओं की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में फिल्में भी चाहिए।'

मांदीवाला कहते हैं कि पाक फिल्म इंडस्ट्री का 70 प्रतिशत बिजनेस बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों से आता है। वह कहते हैं, 'हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। अगर भारत-पाक रिश्ते खराब होते हैं, तो इसका प्रभाव हर किसी पर पड़ेगा।'

डायरेक्टर ने सबको बता दिया 'कटप्पा ने बाहुबली' को क्यों मारा...?

सिंध सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन फख्रे आलम ने कहा कि अगर पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों को प्रतिबंधित कर दिया जाता है, तो हम पुराने दौर में लौट जाएंगे। हमारे थिएटर्स बंद हो जाएंगे और उनकी जगह मॉल और डिपार्टमेंटल स्टोर खुल जाएंगे, क्योंकि हमारे पास इनमें दिखाने के लिए फिल्में ही नहीं होंगी। ऐसे में पाक फिल्म उद्योग को बचाने का एक ही उपाय है कि सरकार फिल्म प्रोडक्शन के लिए फंड दे।

chat bot
आपका साथी