जागरण फिल्म फेस्टिवल : हकीकत सामने रखता है सार्थक सिनेमा
प्रेरणादायी फिल्मों को जनमानस तक पहुंचाने और फिल्मों के प्रति समाज में रुचि पैदा करने के इरादे से शुक्रवार को 'पांचवें जागरण फिल्म फेस्टिवल' का
लखनऊ। प्रेरणादायी फिल्मों को जनमानस तक पहुंचाने और फिल्मों के प्रति समाज में रुचि पैदा करने के इरादे से शुक्रवार को 'पांचवें जागरण फिल्म फेस्टिवल' का धमाकेदार आगाज लखनऊ और कानपुर में हो गया।
सार्थक सिनेमा की एक से एक बेहतरीन फिल्मों को समेटे हुए इस फेस्टिवल को पहले दिन पहले शो में ही जनता ने हाथों हाथ लिया। कानपुर में जेड-स्क्वॉयर मॉल के आइनाक्स में शुरू हुए इस फेस्टिवल की शुरुआत पहली फिल्म 'शाहिद' के साथ हुई। फिल्म फेस्टिवल की दीवानगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक दिन पहले गुरुवार को शो-हाउसफुल हो गया था।
फिल्म को पहले तो दर्शकों ने देखा और फिर मन में उठे ढेर सारे सवालों को डायरेक्टर हंसल मेहता और फिल्म अभिनेता राजकुमार राव से पूछे। दर्शकों ने कहा फिल्म के डायरेक्टर और एक्टर के साथ हाल में फिल्म देखने का जो मौका दैनिक जागरण ने अपने पांचवें फिल्म फेस्टिवल के दौरान दिया है वह आजीवन याद रहेगा। फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ ब्रिगेडियर प्रवनीत सक्सेना, उनकी पत्नी पूजा सक्सेना, डायरेक्टर हंसल मेहता, अभिनेता राजकुमार राव व दैनिक जागरण के सीएमडी महेंद्र मोहन गुप्त ने दीप प्रज्वलित करके किया।
फेस्टिवल के दूसरे दिन शनिवार को फिल्म हवा हवाई, ब्लॉक 12, नेता जी सुभाष चंद्र बोस और आंखों देखी दिखायी जाएगी। वहीं, लखनऊ में फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि संस्कृति मंत्री अरुण कुमार कोरी ने कहा कि फिल्में प्रेरक होने के साथ-साथ झकझोरती भी हैं। फिल्म फेस्टिवल की खासियत है कि यह मनोरंजक व वैचारिक चलचित्रों का प्रदर्शन करने के साथ-साथ भावी पीढ़ी की उत्सुकता को प्रश्नोत्तर के साथ विराम भी लगाता है। तीन दिनी फिल्मी मेले की शुरुआत के पहले दिन निर्देशक विजय राज की फिल्म क्या दिल्ली क्या लाहौर दिखाई गई जिसकी दर्शकों ने सराहना की।