Exclusive: भंसाली ने दीपिका पादुकोण को दिया ऐसा तोहफ़ा जो अब तक किसी को नहीं मिला

दीपिका बताती हैं कि जब मैं बैठी तो मैं कॉन्शस हो गई थी कि मैं कहीं रोने न लगूं, कहीं हंसने न लगूं लेकिन...

By Manoj KhadilkarEdited By: Publish:Fri, 02 Feb 2018 12:45 PM (IST) Updated:Fri, 02 Feb 2018 12:45 PM (IST)
Exclusive: भंसाली ने दीपिका पादुकोण को दिया ऐसा तोहफ़ा जो अब तक किसी को नहीं मिला
Exclusive: भंसाली ने दीपिका पादुकोण को दिया ऐसा तोहफ़ा जो अब तक किसी को नहीं मिला

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। संजय लीला भंसाली के साथ दीपिका पादुकोण ने अपनी फिल्मों की हैट्रिक पूरी कर ली है। दीपिका ने जागरण डॉट कॉम से खास बातचीत के दौरान यह बात स्वीकारी है कि यह उनके लिए एक बड़ी कामयाबी है। दीपिका कहती हैं कि जब भंसाली ने सावरियां में नए चेहरे को लांच किया था तो उनके दिमाग में कहीं से ये बात जरूर थी कि क्या वो कभी उनकी फिल्म का हिस्सा बन पाएंगी या नहीं।

दीपिका कहती हैं कि तब कभी नहीं सोचा था ये। राम लीला में जब तक उनका फोन नहीं आया था तब तक। मैं खुद को उस क्रम में रखती ही नहीं थीं। दीपिका आगे बताती हैं कि अभी फिल्म की रिलीज़ से पहले हम तीनों कलाकारों में से किसी ने भी फिल्म नहीं देखी थी, तो इस फिल्म की स्क्रीनिंग के वक़्त हम सब साथ थे। दीपिका ने एक मजेदार बात यह बताई कि संजय लीला भंसाली जब भी किसी फिल्म की स्क्रीनिंग रखते हैं, तो वह अपनी दाई ओर अपनी मां को बिठाते हैं और बाई ओर की कुर्सी हमेशा खाली रहती है। मगर इस बार तीन फिल्मों के क्रम में ऐसा पहली बार पद्मावत की स्क्रीनिंग के वक़्त हुआ जब उन्होंने मुझे अपने पास बिठाया और मेरे लिए इससे अधिक ख़ुशी और गर्व का मौका नहीं था। भंसाली ने खुद दीपिका से कहा कि आज तक उन्होंने कभी किसी को भी वहां नहीं बिठाया था। वह पहली अभिनेत्री हैं, जिन्हें यह मौका मिला। दीपिका बताती हैं कि जब मैं बैठी तो मैं कॉन्शस  हो गई थी कि मैं कहीं रोने न लगूं, कहीं हंसने न लगूं लेकिन थोड़ी देर के बाद बहुत कंट्रोल करने के बाद मैं उसी दुनिया में चली गई थी।

दीपिका कहती हैं “मैंने ही उस फिल्म में काम किया है लेकिन उस वक़्त बड़े परदे पर यह सब देखते हुए मैं उसी ज़माने में ट्रांसपोर्ट हो गई थी। उसको महसूस कर रही थी। मैं खुद एक औरत हूं, लेकिन मैं इंस्पायर होकर निकली”। दीपिका बताती हैं कि संजय लीला भंसाली ने उन्हें इस फिल्म को लेकर कोई भी ब्रीफ नहीं दिया था। वह कहती हैं कि फिल्म को लेकर वह दोनों आपस में बात भी नहीं करते हैं। कहीं न कहीं हमारा जो रिलेशनशिप है। एक बहुत ही स्प्रिचुअल रिलेशनशिप है। हम दोनों एक दूसरे को देखते हैं और समझ जाते हैं कि क्या चाहिए। कई बार सेट पर ऐसा होता था कि मैं एक्ट करती थी और हो जाता था, न कोई बातचीत, न कुछ।

दीपिका कहती हैं कि रामलीला से लेकर अब तक हमने ज्यादा बात नहीं करते। एक एक्टर के रूप में यह बड़ी बात है कि आप सेट पर जाओ और डायरेक्टर को ऐसा लगे कि आप सही करने ही वाले हैं। वह ट्रस्ट दिखाना एक बड़ी बात है। भंसाली सर कभी भी मुझे किसी भी बात के लिए टोकते नहीं हैं। वह तभी कुछ कहते हैं, जब उन्हें लगता हो कि कुछ गलत हो रहा है।

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