Vidyut Jammwal Interview: 'कमांडो' एक्टर विद्युत जामवाल ने कहा- स्टाफ सेट पर आए न आए, उनका वेतन न काटें
Vidyut Jammwal Interview विद्युत ने कहा- आपके पास पैसे हैं तो वेतन जरूर दें। मेरी टीम में जितने ड्राइवर स्पॉट ब्वाय स्टाफ हैं मैंने उनमें से किसी की भी सैलरी नहीं काटी है।
मुंबई, (प्रियंका सिंह)। एक्शन हीरो विद्युत जामवाल करीब तीन साल की उम्र से प्राचीन भारतीय मार्शल आर्ट कलरियापट्टू करते आ रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट बने रहने को लेकर कई वीडियो पोस्ट किए हैं। आने वाले दिनों में शूटिंग को लेकर भी उन्होंने कई योजनाएं बना रखी हैं...
1. कई फिल्मों की शूटिंग अब शुरू होने वाली है। अब कम लोगों के साथ सेट पर जाना होगा। आपकी क्या तैयारी है?
-हर इंसान अपना काम अकेले कर सकता है। शूटिंग के वक्त किसकी जरूरत पड़ेगी वह सीन पर निर्भर करेगा। अगर बाल लंबे हैं, तो हेयरस्टाइलिस्ट की जरूरत पड़ेगी, ताकि आप अपने अभिनय पर ध्यान दें, न कि बालों पर।
2. आपकी टीम से कौन से लोग हैं, जिनके बिना काम चलाना मुमकिन नहीं है?
-कई लोगों को कम किया जा सकता है, लेकिन हर कलाकार से मेरी यही दरख्वास्त है कि भले ही सेट पर वह स्टाफ न आ पाए, लेकिन उनका वेतन न काटें। वह आना चाहते हैं, लेकिन परिस्थितियां उन्हें नहीं आने दे रही हैं। सभी अपने लोग हैं, उनकी मदद करना हमारा फर्ज है। इंसानियत का ध्यान रखें। अगर आपके पास पैसे हैं, तो वेतन जरूर दें। मेरी टीम में जितने ड्राइवर, स्पॉट ब्वाय, स्टाफ हैं, मैंने उनमें से किसी की भी सैलरी नहीं काटी है। चाहे वह मेरे घर आते हों या नहीं। शूट पर अगर दस की बजाय तीन लोगों को आने की इजाजत होगी, तो तीन लोग ही आएंगे। लेकिन तनख्वाह सबको मिलेगी।
3. आप एक्शन हीरो हैं। एक एक्शन हीरो बनने के क्या प्रेशर होते हैं?
-कोई प्रेशर नहीं होता है। मैं तो कह रहा हूं कि शूटिंग शुरू करो, मैं सबसे पहले पहुंचूंगा शूटिंग पर। एक्शन हीरो की जिम्मेदारी अब यह होगी कि सेट पर वह सबकी सुरक्षा का ख्याल रखे और उन्हें यकीन दिलाए कि हम सब सुरक्षित रहेंगे और इस मुश्किल दौर से जीत कर बाहर आएंगे। दबाव उन पर होता है, जिसके पास खोने के लिए कुछ होता है। मैंने जितना मांगा नहीं था, उससे ज्यादा पाया है।
4. सोशल मीडिया का इस्तेमाल आपने फिटनेस को लेकर किया। लोगों को फिटनेस के प्रति जागरूक किया। क्या यह काम एक्शन हीरो की जिम्मेदारियों में शामिल है?
-मैं तीन साल की उम्र से कलरियापट्टू करता आ रहा हूं। मैंने अपनी पूरी जिंदगी इसी हिंदुस्तानी मार्शल आर्ट के सिद्धांतों पर बिताई है। कई विदेशी और एशियन लोग इस आर्ट फॉर्म को पुराना और पिछड़ा हुआ समझते हैं, क्योंकि इसे पारंपरिक वेशभूषा में किया जाता है। लेकिन यह नहीं जानते हैं कि अपने जीवन में छोटे-छोटे बदलाव करके वे स्वास्थ्य और खुशी दोनों पा सकते हैं। इस कला के जरिए आसपास के लोगों में सकारात्मकता फैलाना मेरा मुख्य उद्देश्य रहा है।
5. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संतुलन बना पाना आपके लिए कितना संभव हो पाता है?
-कलरियापट्टू में मास्टर लेवल पर जाने के लिए शारीरिक के साथ मानसिक शक्ति से भी काम करना पड़ता है। इन दोनों के मेल से ही कई चीजें संभव हो पाती हैं। मैंने कई ऐसे वीडियो बनाए हैं, जैसे-पानी पर चलना, बैलगाड़ी खींचना या देसी वर्कआउट में गैस सिलेंडर उठाकर व्यायाम करना आदि। यह सब मानसिक और शारीरिक संतुलन की वजह से कर पाता हूं। अगर आप किसी चीज में अपना समय लगाएंगे, तो उस पर महारत हासिल कर सकते हैं। अगर आप अपने शरीर के हर हिस्से को जान जाएंगे, तो उसे दुरुस्त करने में आसानी होगी।
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6. आपकी 'खुदा हाफिज' फिल्म पूरी हो चुकी है। उसके अलावा कौन से प्रोजेक्ट्स हैं?
-तीन फिल्में हैं। अगर सब ठीक रहा तो शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए इस साल 'कमांडो 4' की शूटिंग शुरू करेंगे। जब तक फिल्म शुरू नहीं होती, तब तक खुद पर काम कर रहा हूं। दो और फिल्में हैं जिनके टाइटल तय नहीं हैं।
7. 'कमांडो' फिल्म को हर बार एक स्तर ऊपर ले जाने में क्या सीमित दायरे में शूट करना बाधा बनेगी?
-बिल्कुल, एक्शन एक स्तर ऊपर जाएगा। इन बाधाओं का एक्शन पर भी फर्क पड़ेगा। जब पानी में उतरेंगे, तब पता चलेगा कि कैसे तैरना है। यह बात पक्की है कि अच्छा तैरेंगे। अपनी तरफ से 100 प्रतिशत देंगे।