विशेषज्ञों की राय, कांग्रेस का साथ न होता तो और बुरी तरह हारती सपा
विधानसभा चुनाव में आए चौंकाने वाले परिणामों पर दैनिक जागरण से विशेषज्ञों ने बातचीत की।
अलीगढ़ (जागरण संवाददाता)। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में प्रोफेसर एमरेट्स व प्रख्यात इतिहासकार प्रो. इरफान हबीब ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन नहीं होता तो समाजवादी पार्टी की और बुरी तरह से हार हो सकती थी।
भाजपा सांप्रदायिकता का कार्ड खेलने में सफल रही और जीत के पीछे बड़ा कारण भी यही रहा। विधानसभा चुनाव में आए चौंकाने वाले परिणामों पर दैनिक जागरण से बातचीत में प्रो. हबीब ने कहा कि मुस्लिम वोट भाजपा को पड़े हों, ये कहना मुश्किल है। हां सुन्नी समुदाय का वोट जरूर भाजपा को मिला होगा। सपा ने विकास के नाम पर वोट मांगे जबकि भाजपा ने सांप्रदायिकता के आधार पर। भाजपा के इसी कार्ड ने वोटरों को जोड़ने का काम किया। वोटर विकास को भूल गए, ये सभी को पता है कि अखिलेश सरकार ने काम कराए।
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यह पूछे जाने पर भाजपा की सरकार कैसी रहेगी इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा की दो बार सरकार पहले भी रह चुकी है जिसका नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह कर चुके हैं। सभी को पता है कि उनका कार्यकाल कैसा रहा? आगे कैसा रहता है, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों पर कहा कि ये कोई नहीं कह रहा कि गड़बड़ी हुई कैसे। जब ये बात ही नहीं पता तो कैसे कह सकते हैं कि ईवीएम में धांधली हुई।
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