रामपुर में फिर नवाब खानदान के सहारे व‍िधानसभा चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, लोकसभा चुनाव से ल‍िया सबक

आजादी के बाद पहली बार 1952 में हुए लोकसभा चुनाव में महान क्रांतिकारी मौलाना अबुल कलाम आजाद रामपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बने। वह रामपुर के पहले सांसद बनने के साथ ही देश के पहले शिक्षा मंत्री भी बने।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 02:10 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 02:10 PM (IST)
रामपुर में फिर नवाब खानदान के सहारे व‍िधानसभा चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, लोकसभा चुनाव से ल‍िया सबक
महिला कांग्रेस की कमेटी भी चुनाव की तैयारियों में सहयोग कर रही हैं।

मुरादाबाद [मुस्लेमीन]। आजादी के बाद से हुए तमाम चुनावों में कांग्रेस की स्थिति रामपुर में मजबूत रही, लेकिन पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उसकी हालत खराब हो गई। इन दोनों चुनाव में उसका कोई भी प्रत्याशी जीत नहीं सका। लोकसभा चुनाव में नवाब खानदान के बजाय दूसरे नेता को टिकट दे दिया। कांग्रेस को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा। उसके प्रत्याशी की जमानत भी न बच सकी। अब कांग्रेस फिर नवाब खानदान के सहारे विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में है।

रामपुर शहर से नवाब काजिम अली खां तो स्वार से उनके बेटे हमजा मियां टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। हमजा मियां को तो कांग्रेस ने पिछले साल स्वार में उपचुनाव के लिए प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था। लेकिन, मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच जाने के कारण उपचुनाव नहीं हो सका था। अब विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। रामपुर की सियासत में नवाब खानदान का दबदबा रहा है। आजादी के बाद पहली बार 1952 में हुए लोकसभा चुनाव में महान क्रांतिकारी मौलाना अबुल कलाम आजाद रामपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बने। वह रामपुर के पहले सांसद बनने के साथ ही देश के पहले शिक्षा मंत्री भी बने। इसके बाद कांग्रेस के टिकट पर नवाब खानदान के लोग ही चुनाव लड़ते रहे। बेगम नूरबानो दो बार लोकसभा का चुनाव जीतीं, जबकि उनके पति नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां पांच बार सांसद बने। 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार ऐसा हुआ जब नवाब खानदान के बजाय किसी दूसरे नेता को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया। इस चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार हुई। इससे सबक लेते हुए कांग्रेस हाईकमान फिर नवाब खानदान के सहारे रामपुर में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने की कोशिश में हैं। इस बार रामपुर शहर से नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां और स्वार से उनके बेटे हमजा मियां विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रयासरत हैं। दोनों ने लोगों से संपर्क भी शुरू कर दिया है। नवेद मियां लगातार पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। एक बार बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से और चार बार स्वार विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र देव गुप्ता ने बताया कि पार्टी हाईकमान ने रामपुर शहर से नवेद मियां और स्वार से हमजा मियां को चुनाव लड़ाने का संकेत दे दिया है।

कांग्रेस ने बनाए ग्राम पंचायत अध्यक्ष : जिलाध्यक्ष ने बताया कि हमारी चुनाव की तैयारियां पूरी हैं। 350 गांवों में कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति हो चुकी है। जिले की सभी 75 न्याय पंचायतों में कमेटी बना दी गई हैं। न्याय पंचायत कमेटी में 10 पदाधिकारी हैं। ब्लाक कमेटी भी गठित हैं। ब्लाक कमेटी में 25, जबकि जिला कमेटी में 30 पदाधिकारी हैं। सभी पदाधिकारी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। युवक कांग्रेस, सेवा दल, एनएसयूआइ और महिला कांग्रेस की कमेटी भी चुनाव की तैयारियों में सहयोग कर रही हैं।

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