Telangana Election Result 2018: क्या केंद्र की राजनीति पर भी पड़ेगा 'गुलाबी इफेक्ट', पढ़ें Highlights

तेलंगाना में टीआरएस की गुलाबी आंधी ने कांग्रेस, टीडीपी समेत सभी विपक्षी दलों को धो डाला। पढ़िए, Telangana Election Result 2018 Highlights

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Tue, 11 Dec 2018 07:36 PM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 07:56 PM (IST)
Telangana Election Result 2018: क्या केंद्र की राजनीति पर भी पड़ेगा 'गुलाबी इफेक्ट', पढ़ें Highlights
Telangana Election Result 2018: क्या केंद्र की राजनीति पर भी पड़ेगा 'गुलाबी इफेक्ट', पढ़ें Highlights

नई दिल्ली, जेएनएन। तेलंगाना में टीआरएस की 'गुलाबी आंधी' ने कांग्रेस, टीडीपी समेत सभी विपक्षी दलों को धो डाला। तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव अकेले दम पर राज्य में टीआरएस की सरकार बनाने जा रहे हैं। इसी साल सितंबर में केसीआर ने विधानसभा भंग करके दोबारा चुनावी मैदान में अपना दमखम दिखाने का दांव खेला था, आज उसी दांव की अग्निपरीक्षा थी। इस अग्निपरीक्षा को पास करके केसीआर ने दिखा गया कि तेलंगाना का किंग आखिर है कौन? तेलंगाना विधानसभा चुनाव के परिणाम के हाइलाइट्स क्या रहे, इस रिपोर्ट में पढ़िए।

तेलंगाना रिजल्ट हाइलाइट्स: टीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव गजवेल सीट से 50,000 मतों के अंतर से जीते। केसीआर ने गजवेल से कांग्रेस उम्मीदवार प्रताप रेड्डी को हराया।  तेलंगाना में टीआरएस की धुआंधार वापसी पर चंद्रशेखर राव ने कहा, 'राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय तौर पर हिस्सा लेंगे। मैंने अन्य राजनीतिक दलों से बात की है, हम राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं।'  आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नाडयू ने तेलंगाना में टीआरएस की जीत पर कार्यवाहक मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव को बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा, 'टीडीपी तेलंगाना के लोगों के जनादेश का सम्मान करती है। के चंद्रशेखर राव को बधाई। सभी पांच राज्यों में जीते हुए उम्मीदवारों को भी शुभकामनाएं। तेलंगाना में टीआरएस की जीत पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कहता हूं कि चंद्रशेखर राव में आगामी लोकसभा चुनाव में गैर-कांग्रेसी सरकार बनाने की पूरी क्षमता है। इस देश को गैर- कांग्रेसी और गैर-भाजपा सरकार की जरूरत है।' ओवैसी ने आगे कहा, 'के चंद्रशेखर राव को बहुत करीब से देखने के बाद मैंने यह महसूस किया कि इस देश को उनके जैसे नेता की जरूरत है। मुझे उम्मीद है कि अगला जो भी कदम वह उठाएंगे वह सफल होगा। 2019 के चुनाव में गैर कांग्रेसी व गैर-बीजेपी सरकार बनाने के लिए मैं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूं।'  तेलंगाना में भी ईवीएम से छेड़छाड़ का मामला उठा। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार के समक्ष लिखित में शिकायत दर्ज कराई। कांग्रेस ने शक जताया है कि राज्य में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ छेड़छाड़ की गई है। हालांकि कांग्रेस के ईवीएम टेंपरिंग के आरोप को टीआरएस ने निराधार बताया है।  टीआरएस सांसद के कविता ने EVM से छेड़छाड़ के कांग्रेस के आरोप पर कहा, 'हारने वाली पार्टी हमेशा कहती है कि EVM के साथ छेड़छाड़ की गई है, यह बिल्कुल झूठ है। यहां तक कि एक प्रेस बैठक में सीईसी ने कल कहा था कि EVM के साथ छेड़छाड़ करना संभव नहीं है। लोगों ने टीआरएस को वोट दिया है, जो कांग्रेस दावा कर रही है वह झूठ है।' तेलंगाना में आईटी मंत्री और के चंद्रशेखर राव के बेटे के तारक रामाराव ने चुनाव से पहले दावा किया था कि यदि टीआरएस अपने दम पर सरकार नहीं पायी तो वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे। हालांकि चुनावी परिणाम न सिर्फ टीआरएस के पक्ष में हैं, बल्कि टीआरएस ने राज्य में मजबूत स्थिति में उभरकर दमदार वापसी की है। आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना राज्य के लिए आंदोलन की अगुवाई के मद्देनजर चंद्रशेखर राव ने 2001 में तेदेपा (तेलगु देशम पार्टी) से अलग होकर टीआरएस पार्टी (तेलंगाना राष्ट्र समिति) का गठन किया था। केसीआर के रूप में प्रसिद्ध राव लोकसभा के लिए करीमनगर से तीन बार और महबूबनगर सीट से एक बार चुने गए। टीआरएस प्रमुख व कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस साल 6 सितंबर को तेलंगाना के गर्वनर को विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की थी। जिसको उन्होंने स्वीकार कर लिया था। इस तरह तेलंगाना में तयशुदा समय से करीब आठ महीने पहले विधानसभा को भंग कर दिया था।

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