Loksabha Election: कांग्रेस के 'मिशन-13' की राह में कांटे बिछाएंगे नाराज नेता
Loksabha Election 2019 में पंजाब कांग्रेस के मिशन 13 को नाराज नेता झटका दे सकते हैं। पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष बढ़ रहा है।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। कांग्रेस के 'मिशन-13' की राह में अड़चनें आना शुरू हो गई हैं। एक तरफ कांग्रेस बठिंडा, फिरोजपुर, संगरूर, खडूर साहिब जैसी सीटों पर अपने प्रत्याशी का चयन नहीं कर पा रही है, वहीं जालंधर, होशियारपुर और पटियाला में वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी भी सामने आने लगी है। पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री संतोष चौधरी खुल कर पार्टी व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ आ गई हैं। टिकट न मिलने से नाराज पूर्व मंत्री व सांसद मोहिंदर सिंह केपी के तेवर भी बदल गए हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे के साथ ही शुरू हुई बगावत
एक तरफ छह सीटों पर टिकट की घोषणा के साथ ही पार्टी में सीनियर नेताओं की नाराजगी उभरने लगी है। दूसरी तरफ कांग्रेस को अभी सात सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करना बाकी है। वहीं, पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि पटियाला में परनीत कौर को टिकट देने के बाद नाराजगी के स्वर उठे हैं। अमलोह से विधायक रणदीप सिंह नाभा ने पटियाला से टिकट की मांग की थी।
संतोष चौधरी व मोहिंदर केपी नाराज, पटियाला में भी विरोध के स्वर
चार बार के विधायक रहे नाभा मंत्री न बनाए जाने के कारण पहले से ही काफी नाराज चल रहे थे। परनीत कौर को टिकट मिलने के बाद यह नाराजगी और बढ़ गई है। 2002 और 2007 में नाभा से विधायक रहे रणदीप सिंह ने नाभा में परनीत कौर का प्रचार करने से मना कर दिया है। क्योंकि, उनका हलका अमलोह फतेहगढ़ साहिब लोकसभा हलके में आता है, जहां से कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत हैं।
बढ़ रही खफा नेताओं की संख्या
होशियारपुर में टिकट कटने के बाद पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री संतोष चौधरी ने सीधे-सीधे कैप्टन अमङ्क्षरदर सिंह पर ही आरोप लगा दिए हैं कि उनकी वजह से उनकी टिकट कटी है। जालंधर से टिकट मांग रहे मोहिंदर सिंह केपी भी काफी नाराज हैं। अहम पहलू यह है कि कांग्रेस में नाराज नेताओं की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन पार्टी के पास नेताओं की नाराजगी दूर करने की फुर्सत नहीं है। पार्टी अभी टिकट बंटवारे में व्यस्त है। ऐसे में कांग्रेस की मिशन-१३ की राह आसान नहीं होगी।