MP Election 2018: कांग्रेस के बागी को टिकट देने पर बसपा में घमासान, पूर्व प्रत्याशी ने दिया इस्तीफा

MP Election 2018: पार्टी पदाधिकारियों के निष्कासन का मामला दिल्ली पहुंच चुका है। दो दिन बाद बसपा सुप्रीमो ने प्रदेशाध्यक्ष को दिल्ली बुलाया है।

By Rahul.vavikarEdited By: Publish:Sun, 11 Nov 2018 11:00 PM (IST) Updated:Sun, 11 Nov 2018 11:00 PM (IST)
MP Election 2018: कांग्रेस के बागी को टिकट देने पर बसपा में घमासान, पूर्व प्रत्याशी ने दिया इस्तीफा
MP Election 2018: कांग्रेस के बागी को टिकट देने पर बसपा में घमासान, पूर्व प्रत्याशी ने दिया इस्तीफा

ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बहुजन समाज पार्टी में टिकट वितरण के बाद शुरू हुआ घमासान अब तक जारी है। कांग्रेस के बागी नेता को ग्वालियर ग्रामीण से टिकट दिए जाने से नाराज रामअवतार सिंह ने इस्तीफा सौंप दिया है। उधर पार्टी पदाधिकारियों के निष्कासन का मामला दिल्ली पहुंच चुका है। दो दिन बाद बसपा सुप्रीमो ने प्रदेशाध्यक्ष को दिल्ली बुलाया है।

बसपा ने ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से रामअवतार सिंह गुर्जर को टिकट दिया था। बाद में टिकट काटकर कांग्रेस के बागी नेता साहब सिंह गुर्जर को दे दिया गया। नाराज रामअवतार ने अपना इस्तीफा प्रदेश नेतृत्व को भेज दिया है। इसमें कहा गया है कि करोड़ों रुपए लेकर टिकट बेचने का काम किया गया है। उन्होंने प्रदेश कोर्डिनेटरों पर टिकट बेचने का आरोप लगाया है। इस्तीफा सौंपने के साथ ही इसकी जानकारी प्रदेशाध्यक्ष को दे दी गई है।

उधर पार्टी से निष्कासित किए गए जिला महासचिव मान सिंह चोकोटिया ने शनिवार को भोपाल में प्रदेशाध्यक्ष से मुलाकात की है। उनके मुताबिक प्रदेशाध्यक्ष ने बसपा सुप्रीमो से बात की और उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी को निष्कासित नहीं किया गया है। सभी पदाधिकारी अपने क्षेत्र में काम करें। साथ ही इस मामले में प्रदेशाध्यक्ष को दो दिन बाद दिल्ली भी तलब किया गया है।

बसपा से दावेदार अधिक

ग्वालियर से बसपा से सावित्री कटारिया, हरपाल मांझी और जसवंत सिंह ने नामांकन पर्चा दाखिल किया है। इसी प्रकार ग्वालियर दक्षिण से असीम शाह और मान सिंह चोकोटिया ने पर्चा दाखिल किया है। जबकि भितरवार विधानसभा से विश्वजीत राजपूत उर्फ बीनू पटेल और डॉ. राधेलाल अग्रवाल ने बसपा से पर्चा दाखिल किया है।

पर्चा वापस लेने की समझाइश

बसपा नेता अब नामांकन पर्चा दाखिल करने वालों की मान मनोव्वल में जुटे हुए हैं। ताकि पार्टी में बगावत फैलने से रोकी जा सके। दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने कई जगह प्रत्याशियों की घोषणा की, जिनका टिकट काटकर बाद में दूसरे को दे दिया गया। इससे परेशानी की स्थिति निर्मित हो चुकी है क्योंकि जिसको टिकट मिला है, वह अब पीछे हटने को तैयार नहीं है।

इनका कहना है

प्रदेश कोर्डिनेटरों ने दलाली करके मेरा टिकट काटकर दूसरे को दे दिया है। इसकी शिकायत मैं जिलाध्यक्ष के साथ ही प्रदेशाध्यक्ष से भी दर्ज करा चुका हूं। मैंने अपना इस्तीफा सौंपने के साथ ही जानकारी प्रदेश नेतृत्व को भेज दी है - रामअवतार सिंह गुर्जर, बसपा नेता

मैं शनिवार को भोपाल में प्रदेशाध्यक्ष के साथ ही था। उनके द्वारा बसपा सुप्रीमो को फोन लगाया गया तो उन्होंने कहा किसी को निष्कासित नहीं किया गया है। प्रदेशाध्यक्ष को भी दो दिन बाद दिल्ली बुलाया गया है। जहां पर पूरी घटना की जानकारी दी जाएगी - मान सिंह चोकोटिया, निष्कासित जिला महासचिव

chat bot
आपका साथी