MP Election 2018 : सीईओ से बोले कांग्रेस नेता, चार कलेक्टरों को निलंबित करें

MP Election 2018: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में राजनीतिक दलों की बैठक में कहा गया कि ईवीएम को स्ट्रांग रूम में रखने की गड़बड़ी को लेकर जांच कमेटी बने

By Hemant UpadhyayEdited By: Publish:Tue, 04 Dec 2018 08:45 PM (IST) Updated:Wed, 05 Dec 2018 07:42 AM (IST)
MP Election 2018 : सीईओ से बोले कांग्रेस नेता, चार कलेक्टरों को निलंबित करें
MP Election 2018 : सीईओ से बोले कांग्रेस नेता, चार कलेक्टरों को निलंबित करें

भोपाल। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को स्ट्रांग रूम में रखने और उनकी सुरक्षा को लेकर सामने आ रही लापरवाही पर कांग्रेस ने भोपाल, सागर, रीवा और अनूपपुर कलेक्टर को निलंबित करने की मांग उठाई। वहीं, भाजपा पदाधिकारियों ने कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी और कैलाश मिश्रा के भोपाल के स्ट्रांग रूम में जाने पर आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की मांग की।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में मंगलवार को मतगणना और स्ट्रांग रूम संबंधी जानकारी देने राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई गई। इसमें राजनीतिक दल के पदाधिकारियों को मतगणना प्रक्रिया की जानकारी प्रस्तुतिकरण के जरिए दी गई।

इस दौरान डाक मतपत्र को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों ने सवाल उठाए और इनकी गणना एक साथ पूरी करने की मांग रखी। इस बारे में नियम भी पूछे गए तो अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले मतगणना डाक मतपत्रों से शुरू होती है और आधे घंटे बाद ईवीएम में दर्ज वोट भी गिनने शुरू हो जा जाते हैं। अंतिम गणना तब तक नहीं होती है, जब तक डाक मतपत्र गिनने का काम खत्म नहीं हो जाता है।

कांग्रेस ने मतगणना के लिए टेबलों की संख्या 14 से बढ़ाकर 20-21 करने, हर चक्र की गिनती के बाद सर्टिफिकेट देने और ईवीएम स्ट्रांग रूम में रखने को लेकर जो गड़बड़ी सामने आई हैं, उनकी जांच के लिए कमेटी बनाने की मांग की। साथ ही कहा कि भोपाल, सागर, रीवा और अनूपपुर कलेक्टरों को निलंबित किया जाए।

वहीं, भाजपा पदाधिकारियों ने भोपाल के स्ट्रांग रूम परिसर में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव के भ्रमण के दौरान कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी और कैलाश मिश्रा की मौजूदगी पर आपत्ति उठाई।

उन्होंने कहा कि कलेक्टर और स्थानीय प्रत्याशी ही स्ट्रांग रूम जा सकते हैं। पचौरी रायसेन जिले की भोजपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं। भाजपा ने हर चक्र की गिनती के बाद सर्टिफिकेट देने की मांग को भी नियम विरुद्ध बताते हुए अमान्य करने के लिए कहा। बैठक में उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद शुक्ला ने मतगणना की तैयारियों को लेकर प्रस्तुतिकरण दिया। इसमें दलों को बताया कि वेबकास्टिंग के जरिए नजर रखी जाएगी।

कोई भी अनधिकृत व्यक्ति मतगणना केंद्र में प्रवेश नहीं कर सकेगा। प्रत्याशियों को सुरक्षाकर्मियों को साथ ले जाने की अनुमति भी नहीं होगी। इस दौरान अधिकारियों ने राजनीतिक दलों को फिर आश्वस्त किया कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित हैं। इनमें किसी प्रकार की छेड़छाड़ संभव नहीं है। मतदान में जिन मशीनों का उपयोग नहीं किया गया, उन्हें स्ट्रांग रूम से अलग रखा गया है।

हर जगह जांच कराई, स्ट्रांग रूम सुरक्षित हैं: कांताराव

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने मीडिया से चर्चा में बताया कि बैठक में सभी दलों को मतगणना और स्ट्रांग रूम की स्थिति के बारे में बताया गया। इस दौरान कई सवाल भी हुए, जिनके जवाब दिए गए। जहां-जहां से शिकायतें प्राप्त हुई थीं, उनकी जांच कराई गई है। स्ट्रांग रूम पूरी तरह सुरक्षित हैं। तीन स्तर की सुरक्षा लगी है और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। स्ट्रांग रूम अब 11 दिसंबर को ही खुलेंगे। 

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