C40 Copenhagen summit: सीएम केजरीवाल को अभी तक नहीं मिली डेनमार्क जाने की इजाजत
केजरीवाल को डेनमार्क के कोपेनहेगन में होने हो रहे सी 40 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने की अनुमित अभी तक नहीं मिली है।
नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को डेनमार्क के कोपेनहेगन में होने हो रहे सी 40 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने की अनुमित अभी तक नहीं मिली है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, विदेश मंत्रालय की तरफ से अभी तक उन्हें इजाजत नहीं दी गई है। वहीं, अगले कुछ महीने में दिल्ली विधानसभा चुनाव होना है, ऐसे में यह मामला राजनीतिक रंग में तब्दील हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, सीएम केजरीवाल ने डेनमार्क जाने के लिए विदेश मंत्रालय से इजाजत मांगी है। एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें अनुमति नहीं दी गई क्योंकि यह मामला अभी तक प्रोसेस में हैं।
9 से 12 अक्टूबर होगा कार्यक्रम
दरअसल डेनमार्क के कोपेनहेगन में 9 अक्टूबर से 12 अक्टूबर के बीच सी 40 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सीएम केजरीवाल का डेनमार्क जाना प्रस्तावित है। इस शिखर सम्मेलन में केजरीवाल दुनिया के सामने प्रदूषण के मामले में दिल्ली की स्थिति से अवगत कराएंगे। साथ ही वे यह भी बताएंगे कि उनकी सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए क्या-क्या योजनाएं चला रही है।
सी 40 शिखर सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर दुनिया भर के नेता अपने-अपने विचार रखेंगे। बताया जा रहा है कि सी 40 शिखर सम्मेलन में न्यूयॉर्क, बर्लिन, पेरिस जैसे शहरों के प्रमुख नेता भी शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम में दिल्ली के सीएम केजरीवाल को भी आमंत्रित किया गया है।
प्रदूषण से निपटन के लिए लिखा हरियाणा और पंजाब के सीएम को पत्र
दिल्ली में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा और पंजाब के सीएम के सीएम को अभी हाल में ही एक पत्र लिखा था। इसके अलावा केजरीवाल ने केंद्रीय पर्यावरण को भी प्रकाश जावेडकर को भी पत्र लिखा है। केजरीवाल ने पत्र के माध्यम से कहा है कि पराली जलाने से रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हम प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाने जा रहे हैं लेकिन इसे स्थानीय स्तर पर रोकने की जरुरत है।
ऑड-इवेन नियम
दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए ऑड-इवेन नियम लागू करने की घोषणा की है। ऑड-इवेन नियम चार से पंद्रह नवंबर तक लागू रहेगा। चार नवंबर को 2, 4, 6 और 8 नंबर की गाड़ियां चलेंगी। पांच नवंबर को 1, 3, 5, 7 और 9 नंबर की गाड़ियां चलेंगी। इस योजना के तहत एक दिन ऐसे वाहन चलेंगे जिनके नंबर प्लेट की आखिरी संख्या सम होगी। अगले दिन वह वाहन चलेंगे जिनके नंबर प्लेट की आखिरी संख्या विषम होगी। इससे पहले भी दिल्ली सरकार यह नियम लागू कर चुकी है।