Delhi Assembly Election 2020: AAP-BJP को मिलेगी कड़ी चुनौती, कांग्रेस का वार रूम हो रहा तैयार

Delhi Assembly Election 2020 राजीव भवन के दूसरे तल पर प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के कमरे के आगे खुली छत पर अस्थायी वार रूम तैयार किया जा रहा है।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 02 Jan 2020 08:14 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jan 2020 08:14 AM (IST)
Delhi Assembly Election 2020:  AAP-BJP को मिलेगी कड़ी चुनौती, कांग्रेस का वार रूम हो रहा तैयार
Delhi Assembly Election 2020: AAP-BJP को मिलेगी कड़ी चुनौती, कांग्रेस का वार रूम हो रहा तैयार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Assembly Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए तारीखों के ऐलान की सुगबुगाहट के बीच तीनों प्रमुख दलों भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party), आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और कांग्रेस (Congress) ने तैयारी तेज कर दी है। 15 सालों तक लगातार दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने वाली कांग्रेस पार्टी ने खासतौर से इस बार तेजी दिखाती नजर आ  रही है। 

कांग्रेस का वार रूम हो रहा तैयार

दरअसल, दिल्ली कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरने की तैयार है। यह लड़ाई मजबूती से लड़ी जाए, इसके लिए वार रूम भी तैयार किया जा रहा है। राजीव भवन के दूसरे तल पर प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के कमरे के आगे खुली छत पर अस्थायी वार रूम तैयार किया जा रहा है।

चुनावों की तैयारियों के तहत छह चुनाव समितियां गठित की गई हैं। साथ ही प्रत्याशियों की स्क्रीनिंग के लिए छह सदस्यीय समिति भी गठित की गई है। इसमें चेयरमैन सहित तीन सदस्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) के तथा तीन सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) से हैं।

प्रदेश कार्यालय में टिकट चाहने वालों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। इससे साफ है कि पार्टी इस समय कितने ही हाशिए पर क्यों न हो, कांग्रेस से टिकट की चाह रखने वालों की कमी नहीं है। फिलहाल तो कांग्रेस इस बात पर अधिक फोकस कर रही है कि कांग्रेस किस तरह लड़ाई को त्रिकोणीय बनाए।

सुभाष चोपड़ा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से दिल्ली कांग्रेस हर मुद्दे पर उपस्थिति का दर्ज करा रही है। नए साल के मौके पर जिस तरह से कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ उपवास रखा, उससे देखते हुए जो संदेश कांग्रेस देना चाहती थी, वह संदेश लोगों तक पहुंच गया।

गौरतलब है कि वर्ष 2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस शू्न्य पर सिमट गई है और दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अजय माकन तक को हार का सामना करना पड़ा था। 

chat bot
आपका साथी