Chhattisgarh : जातीय समीकरण साधते हुए भूपेश ने चुनी अपनी टीम

chhattisgarh new cabinet नए मंत्रिमण्डल में संभागवार प्रतिनिधित्व की अगर बात करें तो सबसे ज्यादा मंत्री दुर्ग संभाग से बनाए गए हैं।

By Sandeep ChoureyEdited By: Publish:Tue, 25 Dec 2018 12:00 PM (IST) Updated:Tue, 25 Dec 2018 12:00 PM (IST)
Chhattisgarh : जातीय समीकरण साधते हुए भूपेश ने चुनी अपनी टीम
Chhattisgarh : जातीय समीकरण साधते हुए भूपेश ने चुनी अपनी टीम

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के मंत्रिमण्डल का गठन हो गया है। राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने नए मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री टीएस सिंहदेव, मंत्री ताम्रध्वज साहू सहित पार्टी के सभी विधायक और नेता मौजूद रहे। कांग्रेस की सरकार के इस नए मंत्रिमण्डल में पूरी तरह जातीय समीकरण को साधता हुआ मिश्रण नजर आ रहा है। मंत्रिमण्डल में ऐसे मंत्रियों को शामिल किया गया है जो अलग-अलग जातीय वर्ग से आते हैं और इनकी संख्या भी समान ही नजर आ रही है।

नए बनाए गए मंत्रियों में तीन अनुसूचित जन जाति वर्ग से, दो अनुसूचित जाति वर्ग से, दो अन्य पिछड़ा वर्ग से और दो मंत्री सामान्य वर्ग से लिए गए हैं। साजा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रविन्द्र चौबे को मंत्री बनाया गया है।

रविन्द्र सामान्य वर्ग से आते हैं। कवर्धा से विधायक मोहम्मद अकबर भी सामन्य वर्ग से हैं। डौंडी लोहारा से अनिला भेड़िया मंत्री बनाई गई हैं। अनिला अनुसूचित जनजाति वर्ग से आती हैं। कोंटा से विधायक कवासी लखमा और प्रतापपुर के विधायक डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम भी अनुसूचित जन जाति वर्ग से हैं। आरंग से विधायक शिव डहरिया को मंत्री बनाया गया है।

शिव अनुसूचित जाती वर्ग से हैं। अनुसूचित जाति वर्ग से ही अहिवारा से विधायक गुरू रूद्र कुमार को मंत्रिमण्डल शामिल किया गया है। अन्य पिछड़ा वर्ग से कोरबा के विधायक जय सिंह अग्रवाल और खरसिया से विधायक उमेश पटेल मंत्री बनाए गए हैं।

इस तरह कांग्रेस की नई सरकार में चारों जाति वर्गों से विधायकों को मंत्री के रूप में प्रतिनिधित्व मिला है। पूरे मंत्रिमण्डल की अगर बात करें तो सीएम भूपेश सहित अन्य पिछड़ा वर्ग से सबसे ज्यादा 4 मंत्री बनाए गए हैं। सामान्य वर्ग से टीएस सिंहदेव सहित तीन मंत्री बनाए गए हैं। अनुसूचित जनजाति वर्ग से तीन और अनुसूचित जनजाति वर्ग से दो प्रतिनिधि, मंत्रिमण्डल में शामिल हुए हैं। इनमें से पांच पूर्व मंत्री रह चुके हैं और सात नए मंत्रियों के रूप में काम करेंगे।

दुर्ग संभाग से 6 मंत्रियों को मिला प्रतिनिधित्व

नए मंत्रिमण्डल में संभागवार प्रतिनिधित्व की अगर बात करें तो सबसे ज्यादा मंत्री दुर्ग संभाग से बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पाटन विधानसभा क्षेत्र दुर्ग संभाग के अंतर्गत आता है। इसी संभाग से रविन्द्र चौबे, रूद्र गुरू, ताम्रध्वज साहू, अनिला भेड़िया और शिव डहरिया मंत्री बने हैं।

सरगुजा संभाग से टीएस सिंहदेव और डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम को प्रतिनिधित्व मिला है। बिलासपुर संभाग से उमेश पटेल और जय सिंह अग्रवाल मंत्री बनाए गए हैं। इनके अलावा बस्तर संभाग से कवासी लखमा मंत्री बने हैं। रायपुर संभाग से कोई भी विधायक मंत्रिमण्डल में शामिल नहीं हैं।

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