Bihar Assembly Election: टिकट बंटे नहीं, कांग्रेस में सुलगने लगी चिंगारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का नेतृत्व पर सीधा हमला

Bihar Assembly Election 2020 चुनाव के टिकट बंटते ही कांग्रेस में असंतोष गहराता दिख रहा है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने पार्टी के प्रदेश नेतृत्‍व पर हमला करते हुए सीधे सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी से हस्‍तक्षेप की मांग की है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Tue, 06 Oct 2020 02:32 PM (IST) Updated:Tue, 06 Oct 2020 02:54 PM (IST)
Bihar Assembly Election: टिकट बंटे नहीं, कांग्रेस में सुलगने लगी चिंगारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का नेतृत्व पर सीधा हमला
शक्ति सिंह गोहिल एवं राहुल गांधी। फाइल तस्‍वीर।

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election 2020: कांग्रेस में भले ही अब तक टिकटों का आधिकारिक एलान नहीं हुआ है, लेकिन पार्टी के अंदर विरोध की चिंगारी सुलगने लगी है। विरोध करने वाले लोगों में जहां कुछ टिकट के दावेदार हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो पार्टी के पुराने कद्दावर और शुभचिंतक रहे हैं। पार्टी के पूर्व अध्‍यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने टिकट बंटवारे को लेकर पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष अनिल कुमार शर्मा (Anil Kumar Sharma) ने वर्तमान नेतृत्‍व को कटघरे में खड़ा किया है। साथ ही कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) एवं राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से हस्‍तक्षेप की माग की है।

पूर्व अध्यक्ष ने कांग्रेस नेतृत्व को कठघरे में खड़ा किया

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस नेतृत्व को कठघरे में खड़ा किया। शर्मा ने मंगलवार को अलग-अलग ट्वीट कर कांग्रेस नेतृत्व पर हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश चुनाव समिति की औपचारिक अनुशंसा बगैर उम्मीदवारों के चयन में स्थानीयता, सामाजिक समीकरण की अनदेखी एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं के हितों की उपेक्षा दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मामले में शीर्ष नेतृत्व से हस्तक्षेप की उम्मीद की है।

चुनाव समिति की बैठक व उम्मीदवारों का पैनल नहीं

उन्‍होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि इस बार राज्य में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक आहूत की नहीं की गई ना ही उम्मीदवारों का कोई पैनल ही तैयार किया गया। जिस वजह से स्क्रीनिंग कमेटी को प्रभारी, प्रभारी सचिव, प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक दल के नेता की निजी पसंदगी-नापसंदगी पर आधारित अनुशंसा पर ही विचार करना पड़ा। जाहिर है प्रदेश अध्यक्ष और विधानमंडल दल के नेता की निजी पसंद-नापसंद के आधार पर ही निर्णय लेने की बाध्यता रही होगी। उन्होंने कहा मीडिया की खबरों के अनुसार 70 विधानसभा सीटें पार्टी को बंटवारे में मिली है, लेकिन सीटों के नाम की जानकारी अब तक नहीं मिली है।

युवा कांग्रेस के अंदर भी नेतृत्व के फैसले को लेकर विरोध

अनिल शर्मा के अलावा युवा कांग्रेस के अंदर भी नेतृत्व के फैसले को लेकर विरोध जारी है। कांग्रेस की परंपरागत सीट बछवाड़ा सीपीआइ को देने का विरोध भी पार्टी के अंदर ही अंदर शुरू हो गया है। चर्चा है कि जैसे-जैसे टिकटों की जानकारी बाहर आएगी कांग्रेस के अंदर विरोध की लहर और तेजी होती जाएगी।

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