तिहाड़ में योग प्रशिक्षक होंगे तैयार, योग गुरु बाबा रामदेव का संस्थान आया आगे

एक वर्ष में तिहाड़ के एक हजार चुनिंदा बंदियों को योग प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसमें बाबा रामदेव तिहाड़ प्रशासन को सहयोग देंगे।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 23 Jun 2018 12:30 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jun 2018 12:30 PM (IST)
तिहाड़ में योग प्रशिक्षक होंगे तैयार, योग गुरु बाबा रामदेव का संस्थान आया आगे
तिहाड़ में योग प्रशिक्षक होंगे तैयार, योग गुरु बाबा रामदेव का संस्थान आया आगे

नई दिल्ली (गौतम कुमार मिश्र)। तिहाड़ के बंदियों को अब योग प्रशिक्षक बनाने की तैयारी चल रही है। आगामी एक वर्ष में तिहाड़ के एक हजार चुनिंदा बंदियों को योग प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस कार्य में योगगुरु बाबा रामदेव तिहाड़ प्रशासन को अपना सहयोग देंगे। जो बंदी योग की पढ़ाई करना चाहेंगे, उसके लिए पतंजलि विश्वविद्यालय की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा।

हाल में तिहाड़ में आयोजित योग समारोह में बाबा रामदेव ने अपने संबोधन के दौरान यह संकल्प लिया था कि एक वर्ष के दौरान एक हजार बंदियों को योग प्रशिक्षक के रूप में तैयार करेंगे। इसका उद्देश्य बंदियों में स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता पैदा करने के साथ ही यह भी है कि वे जेल से बाहर निकलने के बाद आत्मनिर्भरता और सम्मान के साथ जीवन जी सकें। बाबा रामदेव ने कहा था कि योग की मदद से बंदी अपने अतीत से बाहर निकलकर एक अच्छे वर्तमान में जी सकेंगे। इससे उनके भविष्य का निर्माण होगा।

तिहाड़ जेल के महानिदेशक अजय कश्यप ने बताया कि बाबा रामदेव ने बंदियों को योग शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम तैयार किया है।

बता दें कि पंचवटी योगाश्रम एंड नेचर क्योर सेंटर के साथ मिलकर जेल प्रशासन की ओर से योग प्रशिक्षक के लिए कोर्स करीब तीन वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। पहले बैच में 108 बंदियों को योग प्रशिक्षक के तौर पर तैयार भी किया गया। पंचवटी योगाश्रम के स्वामी आशुतोष ने बताया कि हमारी कोशिश है कि इस साल हर हाल में 1000 बंदियों को प्रशिक्षित कर दें।

अभी यह कोर्स तिहाड़ के जेल संख्या एक से 16 तक के सभी जेलों में कराया जा रहा है। जेल नंबर तीन में योग को समर्पित एक स्टूडियो भी है, जहां योग प्रशिक्षण से जुड़ी सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। मंडोली स्थित जेल नंबर 14 में भी योग स्टूडियो बनाया गया है। हमारे पास आधारभूत संरचना से जुड़ी कोई समस्या नहीं है।

हम आसानी से एक हजार योग प्रशिक्षक तैयार कर सकते हैं। इस वर्ष अभी तक हमलोगों ने 450 योग प्रशिक्षक तैयार भी कर लिया है। इनका दीक्षांत भी हो चुका है। योग के माध्यम से कैदियों का ध्यान सकारात्मक बातों पर रहता है।

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