Women's Day 2021: दिल्ली पुलिस वूमेंस डे पर इन नौ महिलाओं को बना रही मुख्य अतिथि, जानिए कारण

Womens Day 2021कोरोना की वजह से लाकडाउन के दौरान वाहन नहीं चलने से लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कत हो रही थी। इसी दौरान एंबुलेंस के अभाव में पीसीआर कर्मियों ने दरियादिली दिखाई और सूचना पर 997 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती करवाया।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 08:34 PM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 08:48 AM (IST)
Women's Day 2021: दिल्ली पुलिस वूमेंस डे पर इन नौ महिलाओं को बना रही मुख्य अतिथि, जानिए कारण
महिला दिवस पर पुलिस मुख्यालय में आयोजित समारोह में सीपी देंगे सम्मान।

वि, नई दिल्ली। कोरोना की वजह से लाकडाउन के दौरान वाहन नहीं चलने से लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कत हो रही थी। इसी दौरान एंबुलेंस के अभाव में पीसीआर कर्मियों ने दरियादिली दिखाई और सूचना पर 997 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती करवाया। समय पर अस्पताल पहुंचाए जाने से जच्चा-बच्चा सुरक्षित रहे।

वहीं, नौ गर्भवती महिलाओं ने पीसीआर में ही बच्चे को जन्म दिया। ये सभी नौ महिलाएं महिला दिवस पर पुलिस मुख्यालय में आठ मार्च को आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि होंगी। पुलिस आयुक्त (सीपी) एसएन श्रीवास्तव इन महिलाओं के साथ ही 21 महिला पुलिस कर्मियों को भी सम्मानित करेंगे, जिन्होंने लाकडाउन के दौरान सराहनीय काम किया है। 

दिल्ली पुलिस के डीसीपी व प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि कोरोना के कारण लाकडाउन होते ही सारी गतिविधियां रूक सी गई हैं। इस दौरान लोगों की परेशानी को कम करने के लिए पुलिस ने कई तरह के कार्यक्रम चलाए थे। पुलिस कर्मियों को गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता के तौर पर अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान एंबुलेंस अथवा वाहन नहीं मिलने पर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के सैकड़ों की संख्या में फोन पुलिस के पास आए थे।

पुलिस ने इसे अपना सामाजिक दायित्व समझ काम किया। पीसीआर कर्मियों ने गर्भवती महिलाओं को प्रसव से लेकर बीमार व्यक्तियों को इलाज के लिए अस्पताल तक छोड़ा। इस दौरान नौ महिलाओं ने अस्पताल जाने के दौरान पीसीआर में ही बच्चे को जन्म दिया। इन महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पुलिस द्वारा सम्मानित किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि पालम इलाके में चार मार्च 20 को पूजा नाम की महिला को प्रसव पीड़ा हुआ था। एंबुलेंस व वाहन नहीं मिलने पर परिजनों ने पीसीआर पर काल की थी। जिसके बाद तुरंत उन्हें पीसीआर वैन से अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन रास्ते में ही महिला ने बच्ची को जन्म दे दिया था। पीसीआर महिला कर्मियों ने उनकी हर संभव मदद की थी। 15 मई को निठारी गांव इलाके से भी पीसीआर को प्रसव पीड़ा के कारण गर्भवती महिला किरण को अस्पताल ले जाने संबंधी फोन पर सूचना मिली थी।

महिला को पीसीआर में बिठा संजय गांधी अस्पताल ले जाया जा रहा था। तभी महिला को अत्यधिक प्रसव पीड़ा हुई और उन्होंने वैन में भी बच्ची को जन्म दे दिया था। डीसीपी पीसीआर ईशा पांडे ने कहा कि अप्रशिक्षित होने के बावजूद पीसीआर की महिला कर्मियों ने अनुकरणीय कार्य किया।  

chat bot
आपका साथी