उबर रेपः रेप पीड़िता की रिपोर्ट शेयर करने पर कंपनी ने एशिया हेड को निकाला

आरोप है कि एरिक ने उबर के सीईओ ट्रैविस कलानीक और एसवीपी एमिल माइकल के साथ यह जानकारी शेयर की थी।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 08 Jun 2017 01:24 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jun 2017 04:19 PM (IST)
उबर रेपः रेप पीड़िता की रिपोर्ट शेयर करने पर कंपनी ने एशिया हेड को निकाला
उबर रेपः रेप पीड़िता की रिपोर्ट शेयर करने पर कंपनी ने एशिया हेड को निकाला

नई दिल्ली (जेएनएन)। दुनिया भर में भारत का नाम खराब करने वाला 5 दिसंबर, 2014 को दिल्ली का उबर दुष्कर्म मामला फिर चर्चा में है। ताजा मामले में अमरेकी कैब कंपनी उबर के एशिया पैसिफिक हेड एरिक एलक्जेंडर को कंपनी ने अपने संस्थान से निकाल दिया है।

एरिक एलेक्जेंडर पर आरोप है कि उन्होंने दुष्कर्म पीड़िता की न केवल गोपनियता भंग की, बल्कि उसके मेडिकल रिकॉर्ड को भी जग जाहिर कर दिया।

तकरीबन तीन साल पहले पांच दिसंबर, 2014 में दिल्ली की एक युवती एग्जीक्यूटिव के साथ उबर कैब के एक ड्राइवर शिव कुमार यादव ने दुष्कर्म किया था। इसमें उसे उम्रकैद की सजा हुई है।

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इस आरोप में गई नौकरी

गैर आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, उबर के एशिया पैसिफिक हेड एरिक एलक्जेंडर के पास दुष्कर्म पीड़िता के मेडिकल रिकॉर्ड थे।

आरोप है कि एरिक ने उबर के सीईओ ट्रैविस कलानीक और एसवीपी एमिल माइकल के साथ यह जानकारी शेयर की थी। हद तो तब हो गई जब एरिक ने पत्रकारों से भी इस जानकारी को साझा किया।

जाहिर है इससे दुष्कर्म पीड़िता युवती की गोपनीयत भंग हुई। ऐसे में कंपनी ने बड़ा कदम उठाते हुए एरिक को बाहर का रास्ता दिखा दिया। 

जांच के लिए भारत आए थे एरिक

देश के साथ दुनिया भर को हिला देने वाली दुष्कर्म की इस वारदात के बाद एरिक एलक्जेंडर, ट्रैविस कलानीक और एमिल माइकल के साथ इस मामले की जांच के लिए भारत आए थे। इसी दौरान एरिक को पीड़िता का मेडिकल रिकॉर्ड उपलब्ध हुआ था। 

वहीं, उबर कैब संचालन में अनियमितता को लेकर न्यूयार्क में रहने वाले एरिक एलेक्जेंडर को दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के लिए भारत बुलाया था। इस पर एरिक ने बताया था कि उबर केवल 20 फीसद कमीशन लेती है।

जानें पूरा मामला

5 दिसंबर, 2014 की रात गुड़गांव में काम करने वाली एक लड़की ने वसंत विहार से नॉर्थ दिल्ली के इंद्रलोक स्थित अपने घर जाने के लिए मोबाइल एप के जरिये उबर कैब से टैक्सी बुक कराई थी।

पीड़िता के मुताबिक, कैब में बैठने के बाद उसे नींद आ गई थी। कुछ देर बाद उसे महसूस हुआ कि कैब ड्राइवर शिवकुमार उसके साथ छेड़छाड़ कर रहा है।

पीड़िता युवती ने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन कार लॉक्ड थी। शिवकुमार ने उसके साथ मारपीट की। धमकी दी कि अगर वह चिल्लाई तो वह उसके अंदर सरिया घुसा देगा। इसके बाद उसने दुष्कर्म किया और बाद में फरार हो गया।

घटना के दो दिन बाद 7 दिसंबर, 2014 को यूपी के मथुरा से उसे गिरफ्तार किया गया। बाद में इस केस में दोषी कैब ड्राइवर शिवकुमार यादव को उम्रकैद की सजा हुई है। 

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