एक विज्ञापन को लेकर विवादों में घिरीं टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, जानें पूरा मामला

सीएसई (सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट) के अनुसार, विज्ञापन लोगों को भ्रामक जानकारियां दे रहा है।

By JP YadavEdited By: Publish:Wed, 07 Mar 2018 12:47 PM (IST) Updated:Fri, 09 Mar 2018 09:10 AM (IST)
एक विज्ञापन को लेकर विवादों में घिरीं टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, जानें पूरा मामला
एक विज्ञापन को लेकर विवादों में घिरीं टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, जानें पूरा मामला

नई दिल्ली (जेएनएन)। टेनिस स्टार सानिया मिर्जा पोल्ट्री से जुड़े एक विज्ञापन को लेकर विवादों में हैं। ऑल इंडिया पोल्ट्री डेवलपमेंट एंड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से जारी यह विज्ञापन कुछ समाचार पत्रों में 27 फरवरी को प्रकाशित हुआ है।

सीएसई (सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट) के अनुसार, विज्ञापन लोगों को भ्रामक जानकारियां दे रहा है। इसलिए अब उसने सानिया मिर्जा को पत्र लिखकर खुद को विज्ञापन से अलग करने के लिए कहा है। सीएसई की ओर से उप महानिदेशक चंद्र भूषण ने पत्र में लिखा है कि सानिया एक यूथ आइकॉन हैं। देश के लाखों युवा उनसे प्रेरित होते हैं। उनके विज्ञापन में होने से वे प्रभावित होंगे।

महानिदेशक ने दुख जताया कि बिना सोचे-समङो सानिया ने भ्रामक विज्ञापन किया और लोगों तक गलत जानकारियां पहुंचाईं। विज्ञापन में संदेश दिया गया है कि पोल्ट्री सेक्टर पर चिकन के ट्रीटमेंट के लिए एंटीबायोटिक्स का गलत इस्तेमाल नहीं होता।

भूषण के अनुसार, सीएसई की 2014 की शोध रिपोर्ट में यह साफ हुआ था कि पोल्ट्री सेक्टर में प्रतिबंधित और खतरनाक एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल हो रहा है। 2017 की एक रिपोर्ट में भी यह सामने आया कि एंटीबायोटिक के गलत प्रयोग की वजह से पोल्ट्री फार्म सुपर बग्स का ब्रीडिंग ग्राउंड बन रहे है।

सीएसई की फूड सेफ्टी एंड टॉक्सिन्स टीम के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर अमित खुराना ने कहा कि हमने पूरी रिपोर्ट तैयार की है कि पोल्ट्री फॉर्म में एंटीबायोटिक्स का गलत इस्तेमाल हो रहा है।

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