DSGMC: शिअद बादल पर भारी पड़े परमजीत सिंह सरना, नामित सदस्यों के चुनाव में दर्ज की बड़ी जीत

शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (सरना) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना को नामित सदस्यों के लिए हुए चुनाव में सबसे ज्यादा 18 मत मिला। वहीं शिअद बादल के विक्रम सिंह रोहिणी को 15 और जसविंदर सिंह जौली को 12 मत हासिल हुए हैं।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 05:06 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 05:06 PM (IST)
DSGMC: शिअद बादल पर भारी पड़े परमजीत सिंह सरना, नामित सदस्यों के चुनाव में दर्ज की बड़ी जीत
शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (सरना) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (सरना) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) में पहुंचने से रोकने की शिरोमणि अकाली दल बादल (शिअद बादल) की कोशिश नाकाम रही है। जानकारी अनुसार सरना को नामित सदस्यों के लिए हुए चुनाव में सबसे ज्यादा 18 मत मिला। वहीं, शिअद बादल के विक्रम सिंह रोहिणी को 15 और जसविंदर सिंह जौली को 12 मत हासिल हुए हैं। प्रीत विहार से निर्वाचित सदस्य का मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए बृहस्पतिवार को चुनाव परिणाम घोषित नहीं किया गया।

शिअद दिल्ली (सरना) के एक नवनिर्वाचित उम्मीदवार को अपने खेमे में शामिल करने के बाद से शिअद बादल की कोशिश विरोधी पार्टियों के अन्य सदस्यों को अपने साथ जोड़ने की थी जिससे कि सरना को डीएसजीएमसी से बाहर रखा जा सके। इसी कोशिश में शिअद बादल ने संख्या बल नहीं रहने के बावजूद अपने दो उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था। पार्टी की यह रणनीति काम नहीं आई। विपक्षी एकता को तोड़ने में वह असफल रही। सरना की पार्टी के 13 सदस्यों के साथ ही (जग आसरा गुरु ओट) जागो के तीन और पंथक अकाली लहर के एक व एक निर्दलीय सदस्य एकजुट रहे। दूसरी ओर शिअद बादल के दो उम्मीदवारों के बीच मतों का बंटवारा हुआ।

भुल्लर का मामला हाई कोर्ट में

शिअद बादल के पास कुल 27 और शिअद दिल्ली से आए एक सदस्य को मिलाकर 28 वोट हैं। इसमें से प्रीत विहार से चुने गए भूपिंदर सिंह भुल्लर का मामला हाई कोर्ट में है। वह मात्र छह वोट से विजयी रहे थे। फिर से मतगणना की मांग को लेकर जागो के उम्मीदवार मंगल सिंह ने कड़कड़डूमा कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने भुल्लर पर नामित सदस्यों के चुनाव में मतदान करने पर रोक लगा दी थी। वहीं, भुल्लर ने इसे हाई कोर्ट में चुनौती दी है। हाई कोर्ट ने बृहस्पतिवार को इस मामले में फैसला नहीं दिया है। उनका वोट बंद लिफाफे में कोर्ट में जमा कराया गया है। उनकी उम्मीदवारी पर फैसला होने के बाद डीएसजीएमसी के नामित सदस्यों का परिणाम घोषित किया जाएगा।

गुरुद्वारा सिंह सभाओं के अध्यक्षों की सूची पर एतराज

दिल्ली के सभी 273 पंजीकृत गुरुद्वारा सिंह सभाओं के अध्यक्षों में से डीएसजीएमसी के दो सदस्यों का चयन लाटरी के माध्यम से किया जाना था। जागो ने अध्यक्षों की सूची पर आपत्ति जताई है। उसका कहना है कि कई दिवंगत हो गए पूर्व अध्यक्षों का नाम सूची में शामिल है। सूची ठीक करने के बाद नामित सदस्य चुने जाने की मांग की गई। इस आपत्ति की वजह से बृहस्पतिवार को लाटरी से चयन की प्रक्रिया नहीं हुई। इसके लिए गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय की ओर से नवनिर्वाचित सदस्यों की दोबारा बैठक बुलाई जाएगी।

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