राकेश टिकैत बोले देश के पशुपालकों के सामने अस्तित्व का संकट, किसान करेंगे विरोध, जानिए क्या है पूरा मामला?

केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ तो किसानों की आमदनी दुगुना करने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर ऐसे-ऐसे कानून ला रही है कि किसानों के सामने संकट खड़ा हो रहा है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 02 Jan 2022 09:40 AM (IST) Updated:Sun, 02 Jan 2022 09:40 AM (IST)
राकेश टिकैत बोले देश के पशुपालकों के सामने अस्तित्व का संकट, किसान करेंगे विरोध, जानिए क्या है पूरा मामला?
सरकार ऑस्ट्रेलिया के साथ दूध खरीदने को लेकर अगले माह समझौता करने जा रही है,

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि देश में पशुपालकों के सामने उनके अस्तित्व का संकट पैदा हो रहा है। किसान इसका हर तरह से विरोध करेंगे। केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ तो किसानों की आमदनी दुगुना करने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर ऐसे-ऐसे कानून ला रही है कि किसानों के सामने संकट खड़ा हो रहा है। कुछ दिन पहले भी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के साथ केंद्र सरकार के समझौता करने पर आपत्ति जताई थी, अब उन्होंने खुलकर इसका विरोध करने की बात कह दी है।

सरकार ऑस्ट्रेलिया के साथ दूध खरीदने को लेकर अगले माह समझौता करने जा रही है, जिसके तहत 20-22 रुपये प्रति लीटर दूध बेचने की योजना है।

सरकार के विदेशों से दूध आयात करने के फैसले से देश के पशु पालकों के सामने अस्तित्व का संकट पैदा हो जाएगा। किसान इसका विरोध करेंगे ।#FarmersProtest

— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) January 1, 2022

अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर एक ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि केंद्र सरकार अगले माह ऑस्ट्रेलिया से समझौता के साथ दूध खरीदने को लेकर समझौता करने जा रही है, ये समझौता हो जाने के बाद देश में दूध की कीमत 20 से 22 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी। सरकार की इस कीमत पर देश में दूध बेचने की योजना है। ऐसे में किसान की आमदनी दुगुनी होगी या कम होगी, ये आसानी से समझा जा सकता है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि सरकार के विदेशों से दूध आयात करने के फैसले से देश के पशु पालकों के सामने अस्तित्व का संकट पैदा हो जाएगा। किसान इसका विरोध करेंगे।

मालूम हो कि कृषि कानून की वापसी को लेकर राकेश टिकैत यूपी गेट पर किसानों के धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे, जब केंद्र सरकार ने कृषि कानून की वापसी की उसके बाद टिकैत अपने लाव-लश्कर के साथ यूपी गेट से वापस अपने गांव गए थे। इसके लिए उन्होंने बकायदा एक पोस्टर जारी किया था जिस पर लिखा था घर वापसी। घर वापसी के दौरान उनके काफिले का जगह-जगह स्वागत किया गया था। अब वो ऑस्ट्रेलिया के साथ दुग्ध कारोबार को लेकर होने वाले समझौते का विरोध करने का संकेत दे रहे हैं। 30 दिसंबर को भी उन्होंने इस बारे में ट्वीट किया था।

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