यूपी के रहने वाले अंकित पर पाकिस्तानी रेंजरों ने ढाया जुल्म पर जुल्‍म, चली गई आवाज

पाक रेंजरों ने 14 मार्च 2018 को बाघा बार्डर से अंकित को बीएसएफ के हवाले किया था।

By JP YadavEdited By: Publish:Wed, 21 Mar 2018 09:03 AM (IST) Updated:Wed, 21 Mar 2018 12:54 PM (IST)
यूपी के रहने वाले अंकित पर पाकिस्तानी रेंजरों ने ढाया जुल्म पर जुल्‍म, चली गई आवाज
यूपी के रहने वाले अंकित पर पाकिस्तानी रेंजरों ने ढाया जुल्म पर जुल्‍म, चली गई आवाज

हापुड़/फिरोजपुर (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले अंकित शर्मा पर पाक रेंजरों ने इतना जुल्म ढाया कि वह अब बोले पाने में भी असमर्थ है। बीएसएफ सूत्रों के अनुसार अंकित को करीब दो महीने तक पाक रेंजरों ने अपने कब्जे में रखा। इस दौरान पूछताछ के लिए उसके नाखून उखाड़े गए। बाजू पर लिखा उसका नाम भी उस जगह को जलाकर मिटा दिया गया। बेटे को लेने फिरोजपुर पहुंचे पिता दिनेश शर्मा ने जब बेटे की ऐसी हालत देखी तो वह फूट-फूटकर रो पड़े।

हापुड़ के गांव भड़ंगपुर थाना बाबूगढ़ निवासी दिनेश शर्मा ने बताया कि एक नवंबर 2017 को उनका 28 वर्षीय बेटा अंकित शर्मा (मानसिक तौर पर बीमार) घर से लापता हो गया, बेटे की गुमशुदगी की उन्होंने बाबूगढ़ थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई थी।

कुछ दिन पहले जब उनके घर में दो बीएसएफ जवान बेटे की फोटो लेकर पहुंचे और अंकित के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि वह पाकिस्तान पहुंच गया है। पाक रेंजरों ने 14 मार्च 2018 को बाघा बार्डर से अंकित को बीएसएफ के हवाले किया था, जिसके बाद 16 मार्च को उसे फिरोजपुर में बीएसएफ के पास भेज दिया गया था।

यहां पर अंकित के खिलाफ बिना पासपोर्ट दूसरे देश जाने का केस दर्ज किया गया था। पुलिस अंकित से पूछताछ कर रही है कि पाक रेंजरों ने उसके साथ क्या किया और वह पाकिस्तान कैसे पहुंचा, लेकिन वह कुछ नहीं बोल पा रहा है।

उन्होंने बताया कि वह अपने साथ अंकित के चल रहे इलाज के दस्तावेज भी साथ लाए हैं। यह दस्तावेज पुलिस अधिकारियों ने मंगवाए थे। अभी तक यह पता नहीं चल पाया कि अंकित ने बॉर्डर कहां और कैसे पार किया था।

अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा: अंकित को मंगलवार को अदालत ने पुलिस रिमांड खत्म होने पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पिता दिनेश ने कहा कि बेटे की रिहाई के लिए वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। दो दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने पर थाना पुलिस ने मंगलवार को अंकित को अदालत में पेश किया था।

chat bot
आपका साथी