Moulana Saad, Tablighi Jamat: फरार मौलाना साद से छिन सकती है तब्लीगी मरकज की गद्दी !

Moulana Saad Tablighi Jamat तब्लीगी मरकज से देश में कोरोना संक्रमण का संकट खड़ा करने वाले मौलाना मुहम्मद साद की गद्दी खतरे में पड़ गई है। हो सकता है जल्द ही तख्तापटल हो जाए।

By JP YadavEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 09:27 AM (IST) Updated:Sun, 05 Apr 2020 09:45 AM (IST)
Moulana Saad, Tablighi Jamat: फरार मौलाना साद से छिन सकती है तब्लीगी मरकज की गद्दी !
Moulana Saad, Tablighi Jamat: फरार मौलाना साद से छिन सकती है तब्लीगी मरकज की गद्दी !

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। Moulana Saad, Tablighi Jamat: तब्लीगी मरकज से देश में कोरोना संक्रमण का संकट खड़ा करने वाले मौलाना मुहम्मद साद की गद्दी खतरे में पड़ गई है। एक तरफ जहां क्राइम ब्रांच कानूनी शिकंजा कस रही है, वहीं दूसरी तरफ उसके विरोधी मरकज की गद्दी पर काबिज होने की कोशिशों में जुट गए हैं। दरअसल हर माह करोड़ों रुपये की फंडिंग होने की वजह से तब्लीगी जमात के प्रमुख की गद्दी पर कब्जा करने की फिराक में देशभर के मौलाना हैं। क्राइम ब्रांच को अब तक जांच में जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक मौलानाओं की करतूत सामने आने के बाद जैसे ही कानून का शिकंजा इन्हें कसता दिखा सभी मौलाना भूमिगत हो गए। ऐसे में मौका पाकर शुक्रवार की रात मुहम्मद साद के विरोधी गुट के मौलानाओं ने मरकज में स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ ली।

हिंसा के बाद काबिज हुआ था गद्दी पर

सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2000 में मरकज के तत्कालीन प्रमुख की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद गद्दी पर काबिज होने के लिए मौलानाओं के दो गुटों के बीच जमकर हिंसा हुई थी। इसमें पत्थरबाजी और मारपीट भी हुई थी। इस सबके बाद मौलाना मुहम्मद साद मरकज की गद्दी पर काबिज होने में सफल रहा था।

साद की कुंडली खंगालेगी पुलिस

गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद अब क्राइम ब्रांच मौलाना साद के मरकज प्रमुख बनने से लेकर अब तक की पूरी कुंडली खंगालेगी। इसके लिए तीन दिन पूर्व क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद के दिल्ली स्थित तीन घरों के अलावा उत्तर प्रदेश के शामली स्थित फार्म हाउस व कांधला स्थित घर पर नोटिस भेज जल्द से जल्द जवाब देने को कहा है।

मौलाना साद से पुलिस ने पूछे 26 सवाल

नोटिस में उससे 26 सवाल पूछे गए हैं। जिसमें मरकज का पूरा पता, इसके पंजीकरण का पूरा ब्योरा, पदाधिकारियों के नाम, पिता का नाम, मोबाइल नंबर, पदाधिकारियों के अलावा सदस्यों की पूरी जानकारी, सभी बैंक खाते, तीन साल में जमा कराए गए आयकर आदि की जानकारी मांगी गई है। यह भी कहा गया है कि किसी भी तरह के आयोजन के लिए पुलिस व अन्य विभाग से अनुमित मांगी गई हो तो उसकी जानकारी, आयोजन की ऑडियो या वीडियो रिकार्डिंग यदि है तो उसे भी मुहैया कराया जाए।

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुल सकते हैं कई राज

बताया जा रहा है कि फिलहाल कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए मौलाना मुहम्मद साद ने खुद को क्वारंटाइन कर रखा है। वहीं पुलिस भी उसकी गिरफ्तारी को लेकर हाथ पैर नहीं मार रही है। मुहम्मद साद की गिरफ्तारी के साथ ही मरकज में होने वाली फंडिंग के स्रोत के अलावा अन्य तमाम जानकारियों से पर्दा उठ जाएगा।

वहीं, मौलाना साद के अधिवक्ता ने जवाब देने के लिए मांगा समय मौलाना मुहम्मद साद के अधिवक्ता शाहिद अली ने क्राइम ब्रांच द्वारा भेजे गए नोटिस के जवाब में शनिवार को बताया कि लॉकडाउन के चलते अधिकांश कार्यालय और विभाग बंद हैं। इसलिए जवाब देने में समय लगेगा। अधिवक्ता ने यह भी कहा है कि मौलाना साद ने इस समय स्वयं को क्वारंटाइन कर रखा है। तब्लीगी मरकज और जमात से जुड़े लोगों के साथ मरकज के सभी कार्यकर्ता कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं, जो पुलिस की हर तरह की मदद करने को तैयार हैं।

सील मरकज में मौलाना के पहुंचने पर अफसर मौन

पैरामिलिट्री और पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सील मरकज में चार मौलाना कैसे पहुंचे। इसे लेकर एक बार फिर स्थानीय अधिकारी सवालों के घेरे में हैं। हालांकि, सरकार के स्तर से दिल्ली पुलिस के उच्च अधिकारियों मौलानाओं को प्रवेश दिए जाने के निर्देश मिलने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है। लेकिन मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस अधिकारी चुप्पी साधे हैं।

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