लाइफस्टाइल: गर्मी में राहत देते सजावटी जल स्त्रोत बन रहे हैं इंटीरियर ट्रेंड

घरों के आकार के आधार पर यह जल स्त्रोत विशेष रूप से बनाए जा रहे हैं। जलीय तत्व से सकारात्मक ऊर्जा तनाव व परेशानियों से बचने के लिए लोग वास्तु को भी मानते हैं।

By Edited By: Publish:Fri, 31 May 2019 06:06 PM (IST) Updated:Fri, 31 May 2019 06:42 PM (IST)
लाइफस्टाइल: गर्मी में राहत देते सजावटी जल स्त्रोत बन रहे हैं इंटीरियर ट्रेंड
लाइफस्टाइल: गर्मी में राहत देते सजावटी जल स्त्रोत बन रहे हैं इंटीरियर ट्रेंड

गुरुग्राम [प्रियंका दुबे मेहता]। इस बार की गर्मी पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड ध्वस्त कर रही है। ऐसे में लोग अब एसी और अन्य कृत्रिम उपायों की जगह घरों को प्राकृतिक शीतलता देने वाले उपाय कर रहे हैं। घरों में प्राकृतिक तत्वों को जगह दे रहे हैं। ऐसे में इन दिनों घरों को सजाने के लिए मिनी वाटर सोर्सेज की लोकप्रियता बढ़ रही है।

डिजाइनर और आर्किटेक्ट अब लकड़ी के मूल स्वरूप को छेड़े बिना उसे खूबसूरत फाउंटेन व कृत्रिम जल स्रोत का रूप दे रहे हैं। लोग वास्तु के अनुसार भी घरों में इसे जल तत्व का प्रभाव बढ़ाने के लिए लगवा रहे हैं। लॉन और कमरों में भी जल स्त्रोतों की सजावट घरों में फव्वारे से लेकर नल व झरने की सजावट की जा रही है। इस समय जल स्त्रोतों में छोटे पारंपरिक नल, झरने, ऑटोमैटिक कुआं, वुडन व मार्बल फव्वारे और छोटे तालाब सजावट के लिए काफी पसंद किए जा रहे हैं।

घरों के आकार के आधार पर यह जल स्त्रोत विशेष रूप से बनाए जा रहे हैं। जलीय तत्व से सकारात्मक ऊर्जा तनाव व परेशानियों से बचने के लिए लोग वास्तु को भी मानते हैं। वास्तुविद् ऋषभ के मुताबिक जल तत्व से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे में वे लोगों को घरों में इस तरह से लगातार प्रवाहित होते जल के स्त्रोत रखने की सलाह देते हैं। लोगों में इसकी लोकप्रियता इसीलिए और बढ़ रही है। ऊपर से लकड़ी से निकलने वाले जल के और भी फायदे बताए जाते हैं। ऋषभ के मुताबिक उत्तर पूर्व दिशा में जल स्त्रोत लगाने से स्वास्थ व समृद्धि के लिए सहायक होता है।

इंटीरियर एक्सपर्ट हिना अबरॉल का कहना है कि 'प्राकृतिक इंटीरियर इन दिनों शहरों में काफी सराहा जा रहा है। ऐसे में फाउंटेन में लकड़ी का उपयोग इन दिनों बढ़ा है। नए-नए डिजाइनों की मांग हो रही है। सबसे बड़ी चुनौती होती है आकार की क्योंकि लकड़ी को बिना ज्यादा काटछांट किए यह नेचुरल डिजाइंस बनाने होते हैं। ऐसे में इनपर खासी मेहनत करनी होती है।'

वास्तुशास्त्री ऋषभ एआर ग्रोवर का कहना है कि 'घरों के लिविग रूम या किसी भी उत्तर-पूर्व दिशा में रखा जल का प्राकृतिक अवयवों से बना स्रोत स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए बेहद लाभकारी होता है। ऐसे में अब लोग घरों की साजसज्जा में किसी भी प्रकार का बदलाव करने से पहले सलाह लेते हैं। इन दिनों लोग कृत्रिम मिनी वाटर सोर्सेज से संबंधित सलाह ले रहे हैं।'

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