6 लाख महिलाओं को अपने झांसे में ले चुका है दिल्ली का ये कॉल सेंटर, पुलिस जांच में अहम खुलासा

दिल्ली में करीब 200 महिलाएं इस आइवीएफ व कॉल सेंटर के संपर्क में आईं और उन्होंने बेटों को जन्म दिया। वहां से मिले दस्तावेज से इन महिलाओं के बारे में पता चला है।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 03 Oct 2019 11:04 AM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 03:05 PM (IST)
6 लाख महिलाओं को अपने झांसे में ले चुका है दिल्ली का ये कॉल सेंटर, पुलिस जांच में अहम खुलासा
6 लाख महिलाओं को अपने झांसे में ले चुका है दिल्ली का ये कॉल सेंटर, पुलिस जांच में अहम खुलासा

नई दिल्ली, जेएनएन। बेटा होने की गारंटी देने वाले कीर्ति नगर स्थित एफएस आइवीएफ (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन) सेंटर और इसका प्रचार करने वाले करोलबाग स्थित इला वेब कॉल सेंटर के दस्तावेजों की जांच पुलिस कर रही है। अब तक की जांच में पता चला है कि दिल्ली में करीब 200 महिलाएं इस आइवीएफ व कॉल सेंटर के संपर्क में आईं और उन्होंने बेटों को जन्म दिया। वहां से मिले दस्तावेज से इन महिलाओं के बारे में पता चला है। पुलिस इन महिलाओं को सरकारी गवाह बना सकती है। कॉल सेंटर चलाने वाला आइआइटी इंजीनियर विकास कामत अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। उसकी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि यह कॉल सेंटर 6 लाख महिलाओं से संपर्क कर चुका है।

पुलिस के मुताबिक कॉल सेंटर से जब्त किए गए लैपटॉप व मोबाइल फोन जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैब भेज दिए गए हैं। इनकी हार्ड डिस्क से डिलीट किए गए डाटा दोबारा प्राप्त किए जाएंगे। पुलिस ने कॉल सेंटर से उस सिस्टम को भी जब्त किया है, जिसमें कॉल सेंटर कर्मी और महिलाओं की फोन पर हुई बातचीत रिकॉर्ड है। अभी और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

करोलबाग के एसडीएम हरीश त्यागी की शिकायत पर मंगलवार को करोलबाग थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस कॉल सेंटर में काम करने वाले छह से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर उनसे लगातार पूछताछ कर रही है। उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि कॉल सेंटर से बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए थे। कार्रवाई सिर्फ उन्हीं लोगों पर होगी जो सीधे तौर पर इस रैकेट से जुड़े हुए थे। जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है उसमें तीन साल की जेल और दस हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है।

दंपती से वसूले जाते थे नौ लाख रुपये

इला वेब कॉल सेंटर ने वेबसाइट पर आइवीएफ के लिए फोन नंबर दे रखा था। जब कोई दिए गए नंबर पर संपर्क करता था तो उसे बेटा होने की गारंटी दी जाती थी। बेटे की चाहत में सेंटर के संपर्क में आने वाले दंपती से नौ लाख रुपये वसूले जाते थे। बताया जाता था कि महिला को दस से पंद्रह दिन के लिए विदेश भेजा जाएगा। कॉल सेंटर की आड़ में चल रहा यह धंधा अवैध था।

यह है मामला

स्वास्थ मंत्रालय को कीर्ति नगर में आइवीएफ सेंटर पर चल रही अवैध गतिविधियों के बारे में शिकायत मिली थी। इसके बाद डीएम, पुलिस व अन्य एजेंसियों को इसकी सूचना दी गई। मामले का पर्दाफाश करने के लिए एक दंपती को सेंटर पर भेजा गया, जहां गारंटी दी गई कि नौ लाख रुपये में बेटे की चाहत पूरी हो जाएगी। इसके बाद एजेंसियों ने संयुक्त रूप से सोमवार को कीर्ति नगर आइवीएफ सेंटर और फिर करोलबाग स्थित कॉल सेंटर पर छापेमारी की थी।

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